Sandeshkhali Case Update: संदेशखाली मामले में ममता सरकार को कलकत्ता हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. कोर्ट ने संदेशखाली के मुख्य आरोपी और टीएमसी के पूर्व नेता शाहजहां शेख को सीबीआई के हवाले करने का आदेश दिया है. ममता सरकार ने इस मामले की जांच पुलिस और सीआईडी को सौंपी थी. कोर्ट ने कहा कि जबरन वसूली, जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न की कई शिकायतों के मुख्य आरोपी शाहजहां की हिरासत आज सीबीआई को सौंप दी जाए. कोर्ट ने बंगाल पुलिस को शाहजहां और मामले की सामग्री सौंपने के लिए शाम 4.30 बजे तक का समय दिया.


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सीबीआई के हवाले शाहजहां शेख


मामले की जांच के लिए मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम की अगुवाई वाली हाईकोर्ट की पीठ ने सीबीआई और राज्य पुलिस अधिकारियों की एसआईटी गठित करने का आदेश दिया था. आज की सुनवाई के बाद पहले के आदेश को रद्द करते हुए कोर्ट ने मामले को सीबीआई को हैंडओवर करने का आदेश दिया. प्रवर्तन निदेशालय चाहता था कि मामले की जांच सीबीआई करे और ममता सरकार पुलिस जांच कराना चाहती थी. कोर्ट के आदेश से ममता सरकार को बड़ा झटका लगा है.


सीबीआई ने किया था हाईकोर्ट का रुख


याद दिला दें कि सीबीआई ने मामले को लेकर हाईकोर्ट का रुख किया था. सीबीआई ने कहा था कि अगर शेख पश्चिम बंगाल पुलिस की हिरासत में रहेगा, तो इससे जांच प्रभावित होगी. सीबीआई ने आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में ईडी अधिकारियों पर हमले के पीछे शाहजहां शेख ही मास्टरमाइंड था. सीबीआई ने अदालत में कहा था कि शाहजहां की हिरासत सीबीआई को सौंपी जानी चाहिए, क्योंकि 15 दिनों तक राज्य पुलिस की हिरासत में रहने के बाद कोई अन्य एजेंसी उसकी हिरासत की मांग नहीं कर सकेगी.


शाहजहां शेख पर यौन उत्पीड़न का आरोप


संदेशखाली में कई महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. 5 जनवरी को राशन घोटाले के सिलसिले में उसके ठिकाने की तलाशी लेने गई ईडी टीम पर शेख की समर्थक भीड़ ने हमला कर दिया था जिसके बाद वह फरार हो गया था. उसे पश्चिम बंगाल पुलिस ने पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया था.


55 दिनों से काट रहा था फरारी


बता दें कि संदेशखाली का मुख्य आरोपी शाहजहां शेख 5 जनवरी से ही भाग रहा था. ईडी की टीम ने शाहजहां शेख के ठिकाने पर छापेमारी की थी. तब उसके समर्थकों ने अधिकारियों पर हमला कर दिया था और शेख वहां से फरार हो गया था. शाहजहां के फरार होने के बाद से टीएमसी और भाजपा में सियासी जंग छिड़ी थी. भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी पर शाहजहां शेख को बचाने का आरोप लगाया था. 55 दिनों से फरारी काट रहे शाहजहा शेख को पुलिस की स्पेश्ल टीम ने कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार किया था. टीएमसी ने आरोपी शेख को पार्टी से छह साल के लिए निलंबित भी कर दिया है.