नई दिल्‍ली: श्रीनगर के डाउन टाउन में एक दिव्‍यांग बच्‍चे को खाना खिलाते एक जवान का वीडियो बीते दो दिनों से सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा है. इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक वर्दीधारी जवान लो‍हे की ग्रिल पर बैठे एक बच्‍चे को अपने हाथों से खाना खिला रहा है. सोशल मीडिया में वायरल इस वीडियो को लेकर अब एक नई बहस शुरू हो गई है. जिसमें जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस यह दावा कर रही है कि यह जवान उनका है. वहीं, इस जवान को लेकर सीआरपीएफ ने दावा किया है कि बच्‍चे को खाना खिला रहा जवान उनकी 49वीं बटालियन का हेडकांस्‍टेबल इकबाल सिंह है. 


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दरअसल, इस विवाद की शुरूआत जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस के एक ट्वीट से शुरू हुई. 13 मई की सुबह 9.56 बजे 'वी केयर' शीर्षक से जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस ने दिव्‍यांग बच्‍चे को खाना खिलाते जवान का वीडियो ट्वीट किया. इस ट्वीट के साथ जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस ने यह बताना चाहा कि हम वादी के आवाम की फिक्र करते हैं. सोशल मीडिया में इस ट्वीट के आते ही जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस की तारीफ में संदेशों का अंबार लगना शुरू किया. देखते ही देखते सैकड़ों लोगों ने जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस के इस ट्वीट को रिट्वीट किया और हजारों की संख्‍या ने लाइक कर दिया. सोशल मीडिया में घूमते हुए यह ट्वीट सीआरपीएफ के नेटवर्क पर पहुंच गया. ट्वीट किए गए वीडियो को देखने के बाद सीआरपीएफ की श्रीनगर यूनिट को यह आभाष हुआ कि वीडियो में खाना खिला रहा जवान उनकी 49वीं बटालियन का हेड कांस्‍टेबल है. 



जिसके बाद, सीआरपीएफ ने जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि 'सीआरपीएफ एक महान और मानवीय बल है. श्रीनगर डाउन टाउन के नवाकाडल इलाके में कानून व्‍यवस्‍था की ड्यूटी में तैनात हेड कांस्‍टेबल इकबाल सिंह अपने टिफिन से भूखे बच्‍चे को खाना खिला रहे हैं. हेड कांस्‍टेबल इकबाल सिंह का यह प्रयास सिर्फ प्‍यार से भरा हुआ है.' इस ट्वीट के जरिए सीआरपीएफ ने जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस के सम्‍मान को ध्‍यान में रखते हुए बेहद सधी हुई भाषा में यह बताने की कोशिश की कि बच्‍चे को खाना खिला रहा जवान जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस का नहीं, बल्कि सीआरपीएफ का जवान है. सीआरपीएफ के इस ट्वीट का जम्‍मू और कश्‍मीर पुलिस ने तो कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन सोशल मीडिया में मौजूद लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गई. 



आखिर में, सीआरपीएफ ने एक वीडियो ट्वीट किया. इस वीडियो के जरिए बच्‍चे को खाना खिला रहे हेड कांस्‍टेबल इकबाल सिंह को सामने लाया गया. हेड कांस्‍टेबल इकबाल सिंह ने अपनी जुबानी बताया कि वे सीआरपीएफ की 49 बटालियन में बतौर ड्राइवर तैनात है. इस वीडियो में उन्‍होंने इस पूरी घटना का भी जिक्र किया. उन्‍होंने बताया कि अपनी ड्यूटी के दौरान जब वे खाना खाने जा रहे थे, तब इस कश्‍मीरी बच्‍चे ने उनसे खाना मांगा. बच्‍चे की हालत देखकर पता चला कि उसके दोनों हाथ पैरलाइज्‍ड हैं. जिसके बाद, उन्‍होंने अपने हाथ से बच्‍चे को खाना खिलाया. 



सीआरपीएफ महानिदेशक ने हेडकांस्‍टेबल  इकबाल को दिया सम्‍मान
कश्‍मीरी मूल के मासूम दिव्‍यांग बच्‍चे को खाना खिलाने वाला वीडियो देखते ही देखते दिल्‍ली स्थिति सीआरपीएफ के मुख्‍यालय तक पहुंच गया. सीआरपीएफ के हर अधिकारी ने इस वीडियो को देखने के बाद हेड कांस्‍टेबल इकबाल सिंह की तारीफ की. जब इस बाबत, सीआरपीएफ के महानिदेशक आरआर भट्नागर को पता चला तो उन्‍होंने हेड कांस्‍टेबल इकबाल सिंह को बल के सर्वोच्‍च पुरस्‍कार डीजी डिस्‍क से सम्‍मानित करने की घोषणा कर दी. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि हेडकांस्‍टेबल इकबाल सिंह 14 फरवरी को पुलवामा हमले के दौरान अपनी जांबाजी दिखा चुके हैं. इस हमले के बाद उन्‍होंने अपने कई साथियों की जान बचाई थी. 


पूरी कहानी जानने के लिए पढ़ें: जब CRPF जवान ने कश्‍मीरी दिव्‍यांग बच्‍चे को अपने हाथ से खिलाया खाना और पूछा...