Dhirendra Shastri: 25 दिसंबर को पूरे देश में क्रिसमस का जश्न मनाया जाएगा. क्रिसमस की तैयारियां कई दिनों पहले से ही शुरू हो गई थी. लेकिन बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री लोगों से क्रिसमस न मनाने की अपील कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सेंटा के पास भेजने के बजाय बच्चों को हनुमान जी के पास भेजना चाहिए. धीरेंद्र शास्त्री चाहते हैं कि देश क्रिसमस की जगह मातृपूजन दिवस मनाए.


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क्रिसमस सनातनी संस्कृति के अनुरूप नहीं


इसाइयों के सबसे बड़े पर्व क्रिसमस से एक दिन पहले धीरेंद्र शास्त्री ने चौंकाने वाला बयान दिया है. हिन्दू राष्ट्र को लेकर बढ़-चढ़ कर बोलने वाले धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि क्रिसमस भारतीय सनातनी संस्कृति के अनुरूप नहीं है. भारतीय सनातनी हिंदू के जितने भी अभिभावक माता-पिता को बच्चों को सैंटा के पास ना भेजकर परम संत हनुमान जी के चरणों में भेजना चाहिए.



मातृपूजन पूजन दिवस मनाने की अपील


उन्होंने लोगों से 25 दिसंबर को क्रिसमस की जगह मातृपूजन पूजन दिवस मनाने की अपील की. उन्होंने कहा इस दिन तुलसीपूजन करना चाहिए. माता-पिता की पूजा करनी चाहिए. हनुमान जी के मंदिर में दर्शन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें विचार करना चाहिए कि क्या हम भारतीय हैं? क्या हम सनतनी हैं? इस पर विचार करना चाहिए. हमें पश्चिमी सभ्यता का बहिष्कार करना चाहिए.


बच्चों को हनुमान जी के पास भेजें


उन्होंने कहा कि बच्चों को सैंटा के पास न भेजकर परम संत हनुमान जी के पास भेजना चाहिए. बच्चों को मीराबाई, लक्ष्मीबाई, स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के प्रति प्रेरित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जितने भी स्कूल क्रिसमस मना रहे हैं उनका बहिष्कार होना चाहिए, यह निंदनीय है. उन्होंने कहा कि बागेश्वर पीठ क्रिसमस का विरोध करती है.