नई दिल्ली: देश में कोरोना के खिलाफ जंग जारी है और इस बीच सरकार की तैयारियों को एक झटका लगा है. केंद्र की ओर से गठित कोविड जीनोम सर्विलांस प्रोजक्ट ग्रुप के चेयरमैन और सीनियर वायरलॉजिस्ट शाहिद जमील ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. कोरोना के बढ़ने मामलों के बाद सरकार ने पिछले साल दिसंबर में इस एडवाइजरी ग्रुप का गठन किया था. उन्हें SARS-CoV-2 वायरस के जीनोम की पहचान करने के लिए वैज्ञानिक सलाहकार ग्रुप का चेयरमैन नियुक्त किया गया था. 


सरकार की नीतियों की आलोचना


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त्रिवेदी स्कूल ऑफ बायोसाइंस के डायरेक्टर पद पर कार्यरत शाहीद जमील ने केंद्र सरकार का एडवाइजर ग्रुप क्यों छोड़ा, फिलहाल इसकी वजह साफ नहीं हो पाई है. हालांकि इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक वह कोरोना को लेकर सरकार की नीतियों के आलोचक रहे हैं और वह तैयारियों से संतुष्ट नहीं थे.


हाल में जमील ने न्यूयॉर्क टाइम्स में एक लेख के जरिए सरकार की तैयारियों की आलोचना की थी और सरकार पर वैज्ञानिकों की सलाह न मानने तक के आरोप लगाए थे. उन्होंने लेख में लिखा था कि सरकार नीतियों बनाने की जिद पर अड़ी है और वैज्ञानिकों की बात सुनने को तैयार नहीं है.


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लंबी चलेगी कोरोना की दूसरी लहर


जमील की ओर से हाल में कहा गया था कि भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर धीमी पड़ती हुई लग रही है, लेकिन संभवत: यह पहली लहर से ज्यादा लंबी चलेगी और जुलाई तक जारी रह सकती है. उन्होंने कहा था कि कोविड की दूसरी लहर अपने चरम पर पहुंच गई है, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी.