JNU यौन उत्पीड़न मामला : आरोपी प्रोफसर की गिरफ्तारी की मांग पर छात्रों और पुलिस में झड़प
यौन शोषण के आरोपी प्रोफेसर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जेएनयू के छात्रों ने वसंत कुंज थाने के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस और छात्रों में झड़प भी हुई.
नई दिल्ली : जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एक प्रोफेसर द्वारा कथित रूप से छात्राओं के साथ यौन शोषण के मामला लगातार उग्र रूप लेता जा रहा है. सोमवार को यूनिवर्सिटी के छात्रों ने आरोपी प्रोफेसर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वंसत कुंज थाने का धेराव किया. छात्र प्रोफेसर के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करने तथा उसकी फौरन गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई. उधर, पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए थाने बुलाया है.
प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप
बता दें कि बीते गुरुवार को जेएनयू की कुछ छात्राओं ने एक प्रोफेसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी. स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज (SLS) की नौ छात्राओं ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि एक प्रोफेसर अक्सर यौन प्रवृत्ति वाली टिप्पणियां करते हैं, खुलेआम सेक्स के लिए कहते हैं. अगर लड़की इस पर आपत्ति जताती है तो वह उससे दुश्मनी मान लेते हैं. छात्राओं ने इस मामले में पुलिस में भी एक शिकायत दर्ज कराई थी.
छात्राओं की शिकायत पर पुलिस ने प्रोफेसर के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर लिया था. लेकिन छात्राएं इस मामले को रेप में दर्ज करने की मांग कर रही हैं. उधर, आरोपी प्रोफेसर ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
पुलिस और छात्रों में भिड़ंत
सोमवार को छात्रों ने इस मामले को लेकर वसंत कुंज थाने का घेराव किया. बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करने तथा उसे फौरन गिरफ्तार करने की मांग करने लगे. छात्रों ने थाने के बाहर दिल्ली पुलिस और आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ नारेबाजी भी की. प्रदर्शनकारी थाने के भीतर घुसने की कोशिश करने लगे. इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. प्रदर्शनकारियों के काबू करने के लिए थाने के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया. छात्रों के प्रदर्शन के कारण आसपास के इलाके में जाम भी लग गया.
छात्राओं ने किया था प्रदर्शन
एसएलएस से बड़ी संख्या में छात्राओं ने शुक्रवार को धरना भी दिया था और स्कूल के डीन से मांग की कि प्रोफेसर को सभी आधिकारिक पदों से निलंबित किया जाए और उनके खिलाफ जांच शुरू की जाए. डीन को लिखे पत्र में छात्राओं ने कहा, ‘चूंकि आप जानते हैं कि प्रोफेसर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है और वह कई अधिकार वाले पदों पर हैं और विश्वविद्यालय में पदधारक हैं, इसलिए हम कुलपति और विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करते हैं कि उन्हें सभी पदों से निलंबित किया जाए.’
क्या कहते हैं प्रोफेसर
उधर, जेएनयू के प्रोफेसर ने कहा कि वामपंथ की तरफ रूझान रखने वाली छात्राएं उन्हें निशाना बना रही हैं. उन्होंने कहा कि जिन लड़कियों ने उनके खिलाफ आरोप लगाए हैं उन्हें 27 फरवरी को प्रयोगशाला में अनियमित उपस्थिति को लेकर मेल किया था. इसलिए वे उन्हें निशाना बना रही हैं.