जिस ठेकेदार ने बनाई थी शिवाजी की प्रतिमा.. उसे ढूंढ रहीं 7 टीमें, नहीं मिल रहा सुराग
Maharashtra News: शिवाजी महाराज की प्रतिमा के 26 अगस्त को ढह जाने से महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है. सीएम से लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक इसको लेकर माफी मांग चुके हैं.
Shivaji Statue Case: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में पुलिस ने मूर्तिकार एवं ठेकेदार जयदीप आप्टे का पता लगाने के लिए सात से अधिक टीमें लगाई हैं. पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के मामले में जयदीप आप्टे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
उसका पता नहीं चल पाया
असल में पुलिस अधिकारी ने बताया कि 26 अगस्त को प्रतिमा के ढहने के दिन से ही पुलिस 24 वर्षीय आप्टे की तलाश कर रही है, लेकिन अब तक उसका पता नहीं चल पाया है. उन्होंने बताया कि सिंधुदुर्ग पुलिस ने आप्टे के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) भी जारी किया है, ताकि उसे समुद्री बंदरगाहों, हवाई अड्डों और अन्य सभी निकास बिंदुओं से देश छोड़ने से रोका जा सके.
प्रतिमा बनाने का ठेका लिया था
सिंधुदुर्ग पुलिस की टीमें मुंबई, ठाणे, सिंधुदुर्ग और कोल्हापुर समेत कई जगहों पर आप्टे की तलाश कर रही हैं. अधिकारी ने बताया कि कुछ टीमें आरोपी को पकड़ने के लिए तकनीकी मदद का भी इस्तेमाल कर रही हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस की एक टीम ठाणे जिले के कल्याण के दुधनाका स्थित आप्टे के आवास पर गयी थी, लेकिन वहां ताला लगा हुआ था. आप्टे ने मराठा योद्धा शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा बनाने का ठेका लिया था.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चार दिसंबर को नौसेना दिवस के अवसर पर इसका उद्घाटन किये जाने के बाद नौ माह से भी कम समय में यह प्रतिमा 26 अगस्त को गिर गयी थी. इस प्रतिमा के गिरने के बाद मालवण पुलिस ने आप्टे और ‘स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट’ चेतन पाटिल के खिलाफ लापरवाही और अन्य अपराधों के लिए मामला दर्ज किया है. पाटिल को पिछले सप्ताह कोल्हापुर से गिरफ्तार किया गया था. agency input