जम्मू कश्मीर: कश्मीर में नए साल के मौके पर जनता को बड़ी राहत मिली है. 31 दिसंबर 2019 की मध्य रात्रि से एसएमएस सर्विस को दोबारा बहाल कर दिया जाएगा. इसके अलावा घाटी के स्कूलों, कॉलेजों और हॉस्पिटल्स में इंटरनेट सेवा को भी बहाल कर दिया जाएगा. 



COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से मोबाइल और लैंडलाइन सेवा रोक दी गई थी. हालांकि घाटी के कुछ इलाकों में अगस्त में लोगों को फोन सेवा बहाल कर राहत दी गई थी. बता दें कि केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया है.


इससे पहले जम्मू-कश्मीर में 5 नेताओं को सोमवार को रिहा किया गया था. राज्य से अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार नेताओं की रिहाई हुई थी. नेशनल कांफ्रेंस के 2 और पीडीपी के 3 नेताओं को रिहा किया गया था. जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाया गया था. इस दौरान एहतियातन राज्य के नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था.


ये नेता हुए रिहा
मिली जानकारी के मुताबिक अशफाक जब्बार, गुलाम नबी भट्ट, बशीर मीर, और जुहूर मीर और यासिर राशी को रिहा किया गया था. इन सभी पूर्व विधायकों को एमएलए हॉस्टल से रिहा किया गया था. इस हॉस्टल में अभी भी 30 पूर्व मंत्री और विधायक नजरबंद हैं.