Special Session of Delhi Assembly: दिल्ली विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र शुक्रवार को होने जा रहा है. मौजूदा सियासी माहौल को देखते हुए इस सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं. विशेष सत्र उस दौरान रखा गया है जब दिल्ली में लगातार राजनीतिक घटनाक्रम बदल रहा है. एक तरफ नई आबकारी नीति को लेकर सीबीआई की जांच जारी हो तो दूसरी तरफ विधायकों की खरीद-फरोख्त के दावे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा. बीजेपी और सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के बीच सियासी जंग चरम पर पहुंच चुकी है और इसका असर सदन की कार्यवाही पर भी देखने को मिल सकता है. 


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बीजेपी और AAP में घमासान


दरअसल आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी उनके विधायकों को खरीदने और पार्टी को तोड़ने का प्रयास कर रही है. इसके बदले विधायकों को 20-25 करोड़ ऑफर दिया गया. हालांकि अभी पार्टी अब तक इन दावों का कोई सबूत सामने नहीं रख सकी है. आपको बता दें बीते दिन यानी बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक हुई जिसमें विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश का मुद्दा जोरों से उठा. इसे लेकर गुरुवार को सीएम आवास पर विधायक दल की बैठक रखी गई, जिसका मकसद पार्टी का अपने 62 विधायकों की एकजुटता दिखाना था. लेकिन इसी बीच पार्टी के तिमारपुर विधायक दिलीप पांडे ने ये दावा कर सबको चौंका दिया कि पार्टी के 40 विधायकों से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है.


हालांकि विधायक दल की बैठक में 62 में से 53 विधायक मौजूद रहे और बाकी कुछ विधायक अपने काम के चलते शहर से बाहर थे. वहीं मनीष सिसोदिया हिमाचल के चुनावी दौरे पर रहे और सत्येंद्र जैन हवाला केस के चलते जेल में बंद हैं. इस विशेष सत्र में आबकारी नीति में अनियमितताओं के आरोपों की सीबीआई जांच हंगामे की मुख्य वजह बन सकती है. वहीं सदन में बीजेपी के 8 विधायक है, जो विधानसभा में सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेंगे. सीबीआई ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति मामले में भ्रष्टाचार के आरोप में इसी 19 अगस्त को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, दिल्ली के पूर्व आबकारी कमिश्नर ए. गोपीकृष्ण के आवास समेत देश के 7 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में छापेमारी की थी.


चुनावी तैयारी में जुटी पार्टी


विधानसभा का स्पेशल सेशन दोपहर 11 बजे से शुरू होगा जिसे लेकर दोनों ही पार्टियां कमर कस चुकी हैं. बीजेपी इन मुद्दों को लेकर काफी हमलावर नजर आ रही है और लगातार शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही है. साथ ही भ्रष्टाचार के आरोप में मनीष सिसोदिया को बर्खास्त करने की मांग कर रही है. इसके साथ ही बीजेपी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों को AAP का पब्लिसिटी स्टंट करार दिया है.


आपको बता दें कि दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत AAP के तमाम मंत्री, विधायक और नेता बीजेपी पर सरकार गिराने की कोशिश का आरोप लगा चुके हैं. शराब नीति में अनियमितता के आरोपों पर सीबीआई की जांच चल रही है, वहीं दूसरी तरफ इसी साल कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी खासतौर पर गुजरात और हिमाचल पर नजर गड़ाए हुए है और पार्टी की ओर से इन राज्यों के लिए आए दिन चुनावी वादों का ऐलान होता रहता है. 


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