Prashant Kumar :  स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को उत्तर प्रदेश  राज्य का नया कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (DGP) बनाया गया है. बताया जा रहा है, वह प्रदेश के लगातार चौथे कार्यवाहक DGP होंगे. ऐसे में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में लगातार कार्यवाहक DGP बनाए जाने को लेकर राज्य कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार पर तंज कसा है.


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कब हुई नियुक्ति 


बताया जा रहा है, कि बुधवार ( 31 जनवरी ) को वर्ष 1990 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी प्रशांत कुमार को उत्तर प्रदेश में नियुक्त किया गया है. इससे पहले वह स्पेशल डीजी के पद पर  तैनात थे. बता दें, वह विजय कुमार का स्थान लेंगे, जो आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं. 


 


वर्ष 1987 बैच के अधिकारी मुकुल गोयल को 11 मई 2022 को कर्तव्य के प्रति लापरवाही के आरोप में पद से हटाये जाने के बाद से उत्तर प्रदेश में किसी भी स्थायी डीजीपी की नियुक्ति नहीं हुई है. गोयल को हटाये जाने के बाद डी. एस. चौहान प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी बने थे जो अप्रैल 2023 में सेवानिवृत्त हो गये. उसके बाद एक महीने के लिये आर. के. विश्वकर्मा कार्यवाहक डीजीपी बने. उनके सेवानिवृत्त होने के बाद 31 मई को विजय कुमार को कार्यवाहक पुलिस प्रमुख बनाया गया था, जो आज सेवानिवृत्त हो गये.


 


अखिलेश यादव ने साधा BJP पर निशाना 


समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्ति को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. बताया जा रहा है, कि कुमार की नियुक्ति से कुछ देर पहले यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, कि लगता है एक बार फिर उप्र को कार्यवाहक डीजीपी मिलने वाला है. जनता पूछ रही है कि हर बार कार्यवाहक डीजीपी बनाने का खेल दिल्ली-लखनऊ के झगड़े की वजह से हो रहा है या फिर अपराधियों के संग सत्ता की सांठगांठ के कारण.



 


योगी सरकार के भरोसेमंद अफसरों में से एक प्रशांत कुमार 


1990 बैच के आईपीएस अफसर प्रशांत कुमार योगी सरकार के भरोसेमंद अफसरों में से एक माने जाते हैं. स्पेशल डीजी से पहले वे मेरठ के एडीजी भी रह चुके हैं. तेज तर्रार पुलिस ऑफिसर प्रशांत कुमार मूल रूप से बिहार के सीवान जिले के रहने वाले हैं. बीती 26 जनवरी को प्रशांत कुमार को गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित  किया गया है. ये चौथी बार है, जब प्रशांत कुमार को ये मेडल मिला है. 


 


बता दें, उन्हें मुख्यमंत्री से पांच लाख के इनामी कुख्यात अपराधी उदयभान यादव को मुठभेड में मार गिराने पर 3 लाख का नकद इनाम मिल चुका है. इसके अलावा 3 नगद पुरस्कार के साथ-साथ अब तक कुल 109 कमंडेशन /प्रशस्ति पत्र उच्च स्तर से प्रदान किए गए हैं.