नई दिल्ली: अमेरिका अपनी सैनिक ताकत पर दुनिया भर पर राज करता है. और उसकी ये ताकत थल, जल के साथ आसमान में भी सबसे ज्यादा है. आसमान में लड़ाई के लिए अगर रैप्टर, ईगल हैं, तो दुनिया के किसी भी ठिकाने को तहस नहस करने वाला बी-2 बॉम्बर भी. इसका पूरा नाम बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर (B-2 Spirit Stealth bomber) की चर्चा इसलिए, क्योंकि अब ये हिंद महासागर (Indian Ocean) में तैनात हो चुका है. और इसकी तैनाती भर से चीन और चीन की सेना में खलबली मच गई है. आईए, अब बताते हैं कि बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर क्यों हैं इतने खास... 


बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर दुनिया में सबसे खतरनाक बॉम्बर के तौर पर मशहूर है. ये स्टील्थ एयरक्राफ्ट है, जिसे कोई भी रडार ट्रैक नहीं कर सकता. ऐसे में, जब आसमान में इसकी मौजूदगी की भनक ही किसी को नहीं होगी, तो इसपर खतरा किस बात का? यही वजह है कि ये मनमाने तरीके से किसी भी टारगेट को ध्वस्त कर सकता है और इसे आसमान में किसी से कोई चुनौती भी नहीं मिल पाएगी.


बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर एक साथ 16 परमाणु बमों को अपने साथ लेकर उड़ सकता है, जो एक ही उड़ान में किसी भी देश के कोने कोने को नष्ट कर सकता है. सोचिए, दो परमाणु बम (Nuclear weapons) गिरने से जापान के दो शहर समूचे नष्ट हो गए थे, ऐसे में उससे भी भारी 16 बम किसी देश पर गिरेंगे तो उसकी क्या हालत होगी? 


बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर दुनिया का सबसे महंगा एयरक्राफ्ट है. इसे बनाने में लागत बहुत ज्यादा है, और अमेरिका के पास भी सिर्फ 20 बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर हैं. हालांकि ये 20 एयरक्राफ्ट सिर्फ एक उड़ान में 320 परमाणु बम जब गिराएंगे, तो क्या उसके बाद भी इसे उड़ान भरने की जरूरत महसूस होगी? 


बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर बेहद खास हैं. ये दुनिया में बिना रिफ्यूलिंग यानि बिना जमीन पर उतरे और बिना ईंधर भरे 11 हजार किलोमीटर तक उड़ान भर सकते हैं. वो भी पूरी क्षमता यानि हथियारों से लैस होकर.


बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर एक बार में 23 हज़ार किलोग्राम तक के हथियार ले जा सकता है. जो किसी भी देश के खात्मे के लिए काफी है.


बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर न सिर्फ परमाणु हथियार बल्कि पारंपरिक बम भी गिरा सकते हैं. 


बी-2 ऐसा बॉम्बर है, जो लंबी दूरी के मिसाइल भी साथ ही लेकर उड़ता है, जिससे वो पूरी दुनिया को अपनी रेंज में रखने में सक्षम है.


साल 1999 के कोसोवो युद्ध (Kosovo War) में बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर ने अकेले 33 फीसदी टारगेट हिट कर दिए थे. इसके बाद इराक युद्ध (Iraq War) में इसने डिएगो गार्सिया से ही उड़ान भरकर इराक की तबाही की कहानी लिखी थी और फिर अफगानिस्तान से लीबिया तक इसने अपनी ताकत का लोहा मनवाया.


और अब जब इनकी तैनाती फिर से डिएगो गार्सिया (Diego Garcia) में हो गई है और इस बार चीन की हरकतों को जवाब देने कै लिए, तो जरा सोचिए. कि अब अगर चीन (China) ऐसी कोई हिमाकत करता है या भारत के साथ युद्ध छेड़ता है तो बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर उसका क्या हश्र करेंगे? यही वजह है कि चीन में इसकी तैनाती की खबर पहुंचते ही खौफ का माहौल बन गया है.


LIVE TV