मथुरा: हाथरस मामले के बहाने उत्तर प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक हिंसा करने की साजिश में जुटे चार लोगों को मथुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिनका प्रतिबंधित संगठन संबंध पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि चारों युवक दिल्ली से हाथरस जा रहे थे, जिन्हें टोल प्लाजा पर वाहनों की चेकिंग के दौरान उन्हें पकड़ा गया. गिरफ्तार युवकों की पहचान मुजफ्फरनगर के नगला का रहने वाले अतीक उर रहमान, मल्लपुरम निवासी सिद्दिकी, बहराइच जिले के जरवल के रहने वाले मसूद अहमद और रामपुर जिले की कोतवाली क्षेत्र के आलम के रूप में हुई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गिरफ्तार युवकों से बरामद हुए ये सामान
पुलिस ने इनके कब्जे से मोबाइल, लैपटॉप एवं संदिग्ध साहित्य (शांति व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला) बरामद किया है. पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई है कि इनका संबंध पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) एवं उसके सहसंगठन कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से है. इसके बाद चारों के खिलाफ मांट थाने के द्वारा कार्रवाई की जा रही है.


सूचना के बाद पुलिस ने चेकिंग के दौरान पकड़ा
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया, "पुलिस को ऐसी सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति दिल्ली से हाथरस की तरफ जा रहे हैं, जिसके बाद सोमवार को मथुरा के मांट टोल प्लाजा पर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग की गई. इस दौरान एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी (डीएल 01 जेडसी 1203) को रोका गया और गाड़ी में सवार चार युवकों से पूछताछ की गई तो उनका संबंध पीएफआई और उनके सहयोगी संगठन सीएफआई से होने की जानकारी मिली."