अमरावती/भुवनेश्वर : बेहद प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘तितली’ गुरुवार की सुबह देश के पूर्वी तट से टकराया और इसने आंध्र प्रदेश में आठ लोगों की जान ले ली. इससे ओडिशा में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई. 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं ने दोनों राज्यों में भारी तबाही मचाई जहां मकान गिर पड़े तथा पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की तथा उन्हें चक्रवाती तूफान के दुष्प्रभावों से निपटने में हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के विभिन्न हिस्सों में चक्रवात से उत्पन्न स्थिति के संबंध श्री चंद्रबाबू नायडू और नवीन पटनायक से बातचीत की. उन्हें केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया.’ उन्होंने चक्रवात से प्रभावित लोगों की सुरक्षा और कल्याण की भी प्रार्थना की.



तूफान के चलते आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और विजियानगरम जिलों के साथ ही ओडिशा के गजपति और गंजाम जिलों में भारी नुकसान पहुंचा है. भारतीय मौसम विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चक्रवात ‘तितली’ आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम जिले में पलासा के पास ओडिशा में गोपालपुर के दक्षिण-पश्चिम तट पर सुबह साढ़े चार और साढ़े पांच बजे के बीच पहुंचा. चक्रवात के साथ 140-150 किलोमीटर से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली.


इसने कहा कि ओडिशा को पार करते हुए चक्रवाती तूफान अब पश्चिम बंगाल के गंगा के किनारे वाले क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है और धीरे-धीरे यह कमजोर होगा. आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने बताया कि चक्रवात से सामान्य जनजीवन ठप हो गया. इसने श्रीकाकुलम और विजयनगरम में भारी तबाही मचाई जहां बुधवार देर रात से भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है.


राज्य में तूफान से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई. एसडीएमए ने बताया कि गुडिवाडा अग्रहारम गांव में 62 वर्षीय एक महिला के ऊपर पेड़ गिरने से उसकी मौत हो गई तथा श्रीकाकुलम जिले के रोतनासा गांव में एक मकान गिरने से 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि समुद्र में गए छह मछुआरों की भी मौत हो गई.


मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि पूर्वी गोदावरी जिले में काकीनाडा से पिछले कुछ दिनों में समुद्र में गईं मछली पकड़ने वाली 67 नौकाओं में से 65 सुरक्षित तट पर लौट आईं. उसने बताया कि शेष दो नौकाओं को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. श्रीकाकुलम जिले में सड़क नेटवर्क को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है. बिजली वितरण नेटवर्क भी काफी प्रभावित हुआ है. तेज हवाएं चलने से 2,000 से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए.


पूर्वी बिजली वितरण कंपनी ने कहा कि श्रीकाकुलम जिले में 4,319 गांवों और छह शहरों में बिजली वितरण तंत्र प्रभावित हुआ. पेड़ों के उखड़ने से चेन्नई-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात भी बाधित हुआ. जिले में दूरसंचार नेटवर्क भी प्रभावित हुआ.


पूर्वी तटीय रेलवे के साथ-साथ दक्षिण मध्य रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया जबकि कुछ के मार्ग में परिवर्तन कर दिया. कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों का दूसरे क्षेत्रों से मार्ग परिवर्तन कर दिया गया. श्रीकाकुलम जिले में बागवानी वाली फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा तथा विजयनगरम में धान के खेतों को काफी नुकसान पहुंचा.


एसडीएमए की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, नारियल, केले और आम के पेड़ों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. कोताबोम्माली (24.82 सेमी.), संथाबोम्माली (24.42 सेमी.), इच्छापुरम (23.76 सेमी.) और तेक्काली (23.46 सेमी.) के बाद पलासा, वज्रापुकोत्तुरू, नंदीगाम इलाकों में 28.02 सेमी. बारिश दर्ज की गई.


मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि श्रीकाकुलम जिले के अन्य मंडलों में दो सेमी. से 13.26 सेमी. तक बारिश दर्ज की गई. वहीं, ओडिशा में भी चक्रवाती तूफान ‘‘तितली’’ ने भारी तबाही मचाई जिसके चलते काफी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए. कुछ झोपड़ीनुमा घर क्षतिग्रस्त हो गए.


फोटो PTI

 


गंजाम जिले के हिंजिली इलाके में आठ साल का एक लड़का एक नहर में डूब गया तथा पांच अन्य लोग बाढ़ के पानी में बह जाने के बाद लापता बताए जा रहे हैं. गंजाम के कलेक्टर कुलंगे विजय ने कहा कि दो महिलाओं और दो बच्चों सहित पांच लोग उस समय बाढ़ में बह गए जब वे सोरादा स्थित एक चक्रवात आश्रय केंद्र से अपने घर लौट रहे थे.


अधिकारियों ने बताया कि बेहद भीषण चक्रवाती तूफान ‘‘तितली’’ ने ओडिशा के गोपालपुर कस्बे और आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में गुरुवार सुबह साढे़ चार से पांच बजे के बीच में दस्तक दी. तूफान बेहद भीषण था और इससे आठ जिले प्रभावित हुए जिनमें गंजम, गजपति, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर शामिल हैं. ओडिशा में चक्रवात के कारण गंजम, गजपति और पुरी जिलों में भारी से भारी बारिश हुई.


विशेष राहत आयुक्त बी पी सेठी ने बताया कि तूफान के कारण बिजली और टेलीफोन के खंभों के उखड़ जाने के कारण बिजली आपूर्ति तथा टेलीफोन संपर्क बाधित हुआ है. उन्होंने साथ ही बताया कि सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाने तथा प्रभावित इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं.


ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे एक बार स्थिति में सुधार होने के बाद जरूरी सेवाओं की बहाली के काम में तेजी लाएं. मुख्य सचिव ए पी पाधी ने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो और टीमों को गजपति भेजे जाने का निर्देश दिया है जहां सड़कों, बिजली और टेलीफोन लाइनों को भारी नुकसान पहुंचा है.’’ 


पाधी ने बताया कि राज्य सरकार ने करीब तीन लाख लोगों को बुधवार को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया था ताकि प्राकृतिक आपदा के संबंध में जन हानि से बचा जा सके. इन लोगों को 1,112 राहत शिविरों में रखा गया है जहां उन्हें भोजन और साफ सफाई सुविधाएं मौजूद हैं. सेठी ने बताया कि गंजाम जिले में 105 और जगतसिंहपुर जिले में 18 गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में ले जाया गया.


पूर्वी तटीय रेलवे सूत्रों ने बताया कि ओडिशा में खुर्दा रोड और आंध्र प्रदेश के विजयनग्राम के बीच ट्रेन सेवा बुधवार को रात दस बजे से ही बंद है. पूर्वी तटीय रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी जे पी मिश्रा ने कहा, ‘‘ हमें आज शाम तक इन मार्गों पर ट्रेन सेवा बहाल होने की उम्मीद है.’’ ओडिशा के जल संसाधन सचिव पी के जेना ने बताया कि बालासोर में सबसे अधिक 117 मिमी और पारादीप में 111 मिमी बारिश दर्ज की गई.