Bihar Elections 2020: तेजस्वी यादव बोले, नीतीश कुमार से नफरत करती है बिहार की जनता
तेजस्वी यादव ने रविवार को अपने सोशल अकाउंट पर लिखा- आदरणीय नीतीश जी पूर्णत: ऊर्जाविहीन हो चुके हैं. उनकी पकाऊ, थकाऊ, उबाऊ, बासी और घिसी-पिट्टी बातों से जनता पक चुकी है.
नई दिल्लीः पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhansabha Chunav 2020) के प्रचार-प्रसार के दौरान अपनी रैलियों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर हमला बोल रहे हैं. तेजस्वी ने हर रैली में नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला है. राष्ट्रीय जनता दल के लीडर ने रविवार (25 अक्टूबर) को कहा कि नीतीश कुमार से जनता नाराज ही नहीं बल्कि अब नफरत करने लगी है. इतना ही नहीं तेजस्वी ने नीतीश को थका हुआ ऊर्जाविहीन, रूढ़िवादी और संकीर्ण सोच वाला व्यक्ति भी करार दिया.
नीतीश ने बर्बाद किया करोड़ों युवाओं का भविष्य- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने रविवार को अपने सोशल अकाउंट पर लिखा, "आदरणीय नीतीश जी पूर्णत: ऊर्जाविहीन हो चुके हैं. उनकी पकाऊ, थकाऊ, उबाऊ, बासी और घिसी-पिट्टी बातों से जनता पक चुकी है. थक चुके नीतीश कुमार जी वास्तविकता, तर्क और तथ्यों से भाग रहे हैं. बिहार के करोड़ों युवाओं का वर्तमान और भविष्य बर्बाद कर वो इतिहास के बासी पन्नों को पलट रहे हैं."
तेजस्वी बोले- नीतीश के लिए लोगों में नफरत
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ''हमारी रैलियों में मौजूद भीड़ दिखाती है कि लोग नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से नाराज नहीं हैं, बल्कि वे उनसे अब नफरत करते हैं, यह उनके गुस्से का स्तर है. जाति, पंथ, वर्ग और धर्म को अलग रखते हुए, लोग बेरोजगारी के मुद्दे पर अब बिहार चुनाव लड़ रहे हैं.''
नीतीश को खुली चुनौती दे चुकें है तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव अपनी जनसभाओं और प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगातार नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं. वह नीतीश कुमार पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. तेजस्वी यादव सोशल मीडिया से लेकर जनसभाओं तक में नीतीश कुमार को चुनौती दे रहे हैं. गौरतलब है कि शनिवार (24 अक्टूबर) को तेजस्वी ने नीतीश कुमार को सीधी और खुली चुनौती दी.
उन्होंने कहा, "सीधी और खुली चुनौती. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संपूर्ण बिहार में किसी एक ऐसे थाने और प्रखंड कार्यालय का नाम बताएं जहां बिना चढ़ावे यानि बिना रिश्वत के कोई कार्य होता है? अगर मेरी बात गलत और इसमें कोई संदेह है तो अपने भाषण में ज़रा एक बार पब्लिक से पूछ लीजिएगा. जवाब मिल जाएगा."