नई दिल्लीः केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षाबलों को निर्देश दिए हैं कि रमजान के महीने में जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन नहीं होगा. गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती को इस बारे में जानकारी दे दी है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि यदि इस दौरान आतंकियों ने कोई हमला किया तो उसका माकूल जवाब दिया जाएगा. बता दें कि कश्मीर के शोपिंया, अनंतनाग, दक्षिण कश्मीर में पिछले महीने में 13 आतंकवादी मारे गए है. इस दौरान A+ कैटगरी के आतंकियों को भी मारा गया है. जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने रमजान के दौरान ऑपरेशन न चलाने के लिए केंद्र से अनुरोध किया था.


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गृह मंत्रालय के निर्देश के मुताबिक, 'केंद्र ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को रमजान के महीने में ऑपरेशन नहीं चलाने निर्देश दिया है, हालांकि हमला होने की स्थिति में आमजन की सुरक्षा के लिए सेना के पास जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार होगा. '


 



पिछले एक महीने सेना ने कई आतंकवादियों को मार गिराया है. भारतीय सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर में आतंकियों की कमर तोड़ दी है.


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ऐसे में रमजान के लिए किया गया केंद्र का यह फैसला कहीं ना कहीं आतंकियों के खिलाफ सेना और सुरक्षाबलों द्वारा की गई कार्रवाई में एक तरह से बाधा का काम करेगा. जानकार इस फैसले को सेना का हौंसला गिराने वाला करार दे रहे है. 



सीएम महबूबा मुफ्ती ने केंद्र के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, 'केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करती हूं.' फारुक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए इसे शांति के लिए उठाए जाने वाला कदम बताया है. उन्होंने कहा कि मैं सभी से घाटी में शांति की अपील करूंगा. उन्होंने कहा कि कई बार वो कदम उठाने पड़ते है जिससे लोगों के दिल जीतने पड़ते है. इस फैसले से नफरत दूर होगी और लोग करीब होगी.


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आपको बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर बीजेपी प्रभारी राम माधव ने रमजान के महीने में युद्धविराम के मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि रमजान के महीने में आतंकवादी खुद ही आतंक क्यों नहीं बंद कर देते. राम माधव ने इस दौरान स्पष्ट कहा, "आतंकवादियों पर कोई रहम नहीं. जब तक आतंकवादी आतंक फैलाएंगे. सुरक्षा बल अपना कर्तव्य निभाते रहेंगे."