अनुच्छेद 370: नेहरू दखल ना देते तो ना बखेड़ा खड़ा होता, ना बिल लाना पड़ता- जितेंद्र सिंह
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज अगर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी होते तो कहते, `जाओ दुनिया को बता दो कि मोदी ने अनुच्छेद 370 का निरस्त कर दिया है.`
नई दिल्लीः लोकसभा में अनुच्छेद 370 और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री और उधमपुर से सांसद डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने से कांग्रेस को ऐतराज क्यों है, हम तो कांग्रेस का एजेंडा आगे बढ़ा रहे है. डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा, 'आज से ठीक 66 साल पहले 11मई 1953 को अमृतसर पंजाब से होते हुए मेरे क्षेत्र से होते हुए श्यामा प्रसाद जी ने गिरफ्तारी दी थी. और अटल बिहारी वाजपेयी को कहा था. तुम वापस जाओ और दुनिया को बताओ की मैंने जम्मू कश्मीर में प्रवेश कर लिया है.'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज अगर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी होते तो कहते, जाओ दुनिया को बता दो कि मोदी ने अनुच्छेद 370 का निरस्त कर दिया है.
जितेंद्र सिंह ने कहा कि धारा 370 आजाद के बाद सबसे बड़ी गलती थी और आज प्राश्यचित की घड़ी आई है. अगर नेहरू ने अलग भूमिका निभाई होती तो आज इतिसाह कुछ होता. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पटेल ने ही जूनागढ़ और हैदराबाद को डील किया था लेकिन नेहरू मानते थे वह जम्मू कश्मीर को सरदार से ज्यादा जानते हैं इसलिए उन्हें अलग रखा गया. नेहरू ने सामूहित जिम्मेदारी नहीं निभाई और सरदार पटेल को गृह मंत्री रहते हुए भी जम्मू कश्मीर के मामले से उन्हें अलग कर दिया.
उधमपुर से सांसद जितेंद्र सिंह ने कहा कि नेहरू अगर जम्मू कश्मीर के विषय में दखल न देते तो ये बखेड़ा होता और न ये बिल लाना पड़ता. भारत की सेनाएं मीरपुर तक पहुंच चुकी थी तो मंत्रिमंडल के बगैर बताए उन्होंने सीजफायर का ऐलान कर दिया, नहीं तो PoK भी भारत का हिस्सा होता.