मुंबई/ नई दिल्ली: मुंबई में भारी बारिश के चलते रेलवे ट्रैक पर फंसी महालक्ष्मी एक्सप्रेस से सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने कहा कि 'ऑपरेशन महालक्ष्मी' के दौरान महिलाओं और बच्चों को पहले बाहर निकाला गया. इनमें से 9 महिलाएं गर्भवती भी थीं. उन्होंने बताया कि इसके बाद बुजुर्गों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और फिर अंत में पुरुष यात्रियों को बाहर निकाला गया. उन्होंने बताया कि 'ऑपरेशन महालक्ष्मी' करीब 8 घंटे तक चला और 900 के करीब यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. 


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एनडीआरएफ, एयरफोर्स और अन्य टीमों ने चलाया रेस्क्यू अभियान 
इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि एनडीआरएफ ने अपने संसाधनों को और बेहतर किया है और इससे वह देश के किसी भी कोने में उत्पन्न हो सकने वाली हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय ने एयरफोर्स, रेलवे और महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों से संपर्क किया. हम महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस के संपर्क में भी थे. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर बनाये हुए थे. उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल सभी लोगों को मैं गृह मंत्रालय की ओर से धन्यवाद देता हूं.   


अगले 48 घंटों में होगी और भी भारी बारिश
वहीं, मौसम विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर में कम दबाव का क्षेत्र बनने से मानसून और अधिक मजबूत हुआ है. मौसम विभाग का दावा है कि उत्तरी कोंकण में अगले 48 घंटे के दौरान भारी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, कई हिस्सों में बारिश सामान्य से ज्यादा और कहीं भीषण बारिश हो सकती है. पालघर, थाणे, मुंबई, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुगढ़ में भारी बारिश होने की संभावना है. 


 



 


गौरतलब है कि भारी बारिश के चलते महालक्ष्मी एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पर फंस गई थी. एनडीआरएफ समेत अन्य टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. ट्रेन से निकाले गए यात्रियों को लेकर स्पेशल रिलीफ ट्रेन कल्याण से कोल्हापुर जाएगी. ट्रेन में 19 डिब्बे लगाए गए हैं. यात्रियों के खाने, पानी और दवाइयों का इंतजाम भी किया गया है. ट्रेन के ट्रैक पर फंसने के बाद सुबह करीब 11 बजे राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया.


बदलापुर स्‍टेशन भेजे जा रहे यात्री
ट्रेन में फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य में नेवी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमों ने हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि बचाव कार्य में एनडीआरएफ, सेना, स्थानीय प्रशासन, पुलिस और रेलवे मंत्रालय के एक्सपर्ट ने हिस्सा लिया था. फिलहाल ट्रेन से निकाले गए सभी यात्रियों को बदलापुर स्‍टेशन पहुंचाया जा रहा है.


मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने की अपील
इससे पहले महालक्ष्मी एक्सप्रेस में फंसे यात्रियों से राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने कहा था 'चिंता मत कीजिए'. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा था आप लोग चिंता मत कीजिए. मौके पर एनडीआरएफ, सेना, स्थानीय प्रशासन, पुलिस और रेलवे मंत्रालय के एक्सपर्ट बचाव में जुटे हुए थे. 


ट्रेन में 9 गर्भवती महिलाएं भी थी
ट्रेन से बाहर निकाले गए यात्रियों में बच्चों और बुजुर्ग के अलावा 9 गर्भवती महिलाएं भी हैं. यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए इमरजेंसी में एंबुलेंस और 37 डॉक्टरों की टीम को तैनात किया गया था. चिकित्सकों की टीम में गायनोकोलॉजिस्ट भी थीं. आपको बता दें एनडीआरएफ टीम ने सबसे पहले महिलाओं और बच्चों को रेस्क्यू किया, इसके बाद उम्रदराज लोगों को ट्रेन से बाहर निकाला. बच्चों और बुजुर्गों के बाद अंत में पुरुषों को ट्रेन से निकाला गया.


मुंबई में भारी बारिश के चलते कुल 28 उड़ान प्रभावित हुई हैं. इनमें से 11 फ्लाइट को कैंसल कर दिया गया है. 8 उड़ानें आखिरी समय में लैंडिंग कैंसल कर कुछ समय बाद दोबारा लैंड हुई. वहीं 9 का रूट डायवर्ट किया गया है. विभाग की तरफ से शनिवार को भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. लोगों को घरों में रहने और समुद्र किनारे नहीं जाने की सलाह दी गई है.