मुंबईः ट्रेनी डॉक्टर खुदकुशी मामले में बड़ी कार्रवाई, तीन महिला डॉक्टर्स को किया गया निलंबित
22 मई को डॉ. पायल तडवी ने खुदकुशी की थी. कई महिनों से यह तीनो वरीष्ठ ट्रेनी डॉक्टर्स उसे परेशान कर रहे थे.
मुंबई (सुस्मिता भदाणे) : मुंबई के नायर अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर पायल तडवी के खुदकुशी के मामले में बीएमसी ने गायनोकोलॉजी विभाग की हेड के साथ तीन ट्रेनी महिला डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है. बीएमसी ने यह फैसला लिया है. गायनोकोलॉजी डिपार्टमेन्ट की हेड यी चिंग लिंग के साथ डॉ. हेमा अहुजा, डॉ भक्ती महिरे, डॉ अंकिता खंडेलवाल के खिलाफ निलबन की कारवाई की गई है.
22 मई को ट्रेनी डॉक्टर ने की थी खुदकुशी
22 मई को डॉ. पायल तडवी ने खुदकुशी की थी. कई महिनों से यह तीनो वरीष्ठ ट्रेनी डॉक्टर्स उसे परेशान कर रहे थे. पायल आदिवासी इलाके से आती है. इसी बात को लेकर उसे छेडा जाता था. व्हॉटसएप ग्रुप पर भी उसकी खिंचाई की जाती थी. जिससे परेशान होकर पायल ने खुदकुशी की ऐसे आरोप है.
अस्पताल में शुरू हुआ था आंदोलन
घटना के बाद नायर अस्पताल के बाहर आंदोलन शुरु हुआ था. पिछले चार दिन से यह आंदोलन लगातार बढते जा रहा था. सोमवार को ट्रेनी डॉक्टरों का संघटन मार्ड ने तीनो को संघटन से निलंबित किया था. जब से घटना सामने आई है तब से तीनों ट्रेनी डॉक्टर फरार है. उन्होनें मार्ड को लेटर लिखकर गुजारीश की है की घटना की जांच की जाए. तीनो ट्रेनी महिला डॉक्टर्स के खिलाफ आत्महत्या को प्रवृत्त करने का मामला दर्ज कर दिया है.