जयपुर: राजधानी जयपुर(Jaipur) के रूफ टॉप रेस्टोरेंट (Roof Top Retaurant)  में जाना जान जोखिम में डालने के बराबर है. इन रेस्टोरेंट्स में अगर आप जाते है तो आपकी सुरक्षा के आप खुद जिम्मेदार होंगे. लेकिन जयपुर की शहरी सरकार(Jaipur Municipal Corporation) का इन अवैध रेस्टोरेंट्स पर कार्रवाई करने से कोई सरोकार नहीं दिखता है. पिछले सप्ताह जयपुर के टोंक रोड पर बने रूफ टॉप रेस्टोरेंट में आग लगने के बाद भी नगर निगम प्रशासन की नींद नहीं खुली है.


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आपको बता दें कि राजधानी जयपुर में 400 से भी ज्यादा अवैध रूफ टॉप रेस्टोरेंट्स धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं. लेकिन निगम प्रशासन इन पर कार्रवाई के बजाय नोटिस देकर इतिश्री कर रहा है. 


जानिए क्या कह रहे हैं मेयर विष्णु लाटा
इस मामले में शहरी सरकार के मुखिया विष्णु लाटा कार्रवाई के बजाय मानवता का पाठ पढ़ाने में लगे है. मेयर का तर्क है कि अगर रेस्टोरेंट्स पर ताले लगे तो बेरोजगारी बढ़ जाएगी और इससे अपराध बढेंगे. इस मामले में मेयर विष्णु लाटा से अवैध रूफ टॉप रेस्टोरेंद्स पर कार्रवाई के बाबत सवाल पूछने पर उन्होंने कई दलीलें गिनाई. उन्होंने अपने बयान में निगम की बेबसी भी जाहिर कर दी.



स्वीकारी अवैध संचालन की बात
जयपुर के मेयर लाटा खुद स्वीकारते हैं कि शहर में चल रहे अधिकांश रूफटॉप रेस्टूरेंटस अवैध हैं. क्योंकि इनके पास फायर एनओसी और निर्माण की कोई अनुमति नहीं मिली है. इसके बावजूद शहर में अवैध रुफटॉप रेस्टोरेंट्स पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इस कारण जयपुर नगर निगम के पार्षद नाराज हैं.


पिछले सप्ताह लगी थी आग
जयपुर के नगर निगम मुख्यालय से चंद कदम दूर एक अवैध रूफ टॉप रेस्टोरेंट में पिछले सप्ताह आग लगी थी. इसके बावजूद इन रेस्टूरेंट्स पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे नगर निगम के दावों की पोल खुलती दिख रही है.