जम्मू: दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ गुफा की यात्रा के लिये 1.10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है. अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हो रही है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पिछले सप्ताह श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की थी. उन्होंने बताया कि बालटाल और चंदनवाड़ी मार्गों से होकर गुजरने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिये पंजीकरण प्रक्रिया दो अप्रैल से शुरू हो गयी थी. उन्होंने बताया कि किसी को भी विशेष दिन और मार्ग के लिये वैध अनुमति के बिना यात्रा शुरू करने की इजाजत नहीं होगी .


श्रद्धालुओं का पंजीकरण 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू कश्मीर बैंक और यस बैंक की 440 निश्चित शाखाओं से शुरू किया गया है.
46 दिवसीय यात्रा एक जुलाई से शुरू हो रही है और इसका समापन 15 अगस्त को होगा.


अमरनाथ यात्रा के दौरान लंगरों पर सीसीटीवी से रखी जाएगी नजर
बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन के लिए दक्षिण कश्मीर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं को भोजन मुहैया करने वाले सामुदायिक लंगरों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी.  अधिकारियों ने बताया कि 46 दिनों की अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू होकर 15 अगस्त तक चलेगी.


उन्होंने बताया कि सुरक्षा उपायों के तहत पठानकोट-जम्मू-बालटाल राजमार्ग के पास प्रत्येक लंगर स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू में 17 स्थानों पर 105, कठुआ में आठ, उधमपुर में 10 और रामबन जिले में 28 लंगर होंगे.


राज्यपाल के सलाहकार के. विजय कुमार ने बताया कि अमरनाथ यात्रा निर्बाध सुनिश्चित करने को लेकर व्यवस्था की समीक्षा के लिए गुरुवार को एक उच्च-स्तरीय बैठक भी की गई.