कानपुर: उत्तर प्रदेश में टोल प्लाजा, बाजारों और अदालतों में कानपुर एनकाउंटर (Kanpur Encounter) के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के पोस्टर लगाए गए हैं. कोर्ट में भी भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है. आठ पुलिस जवानों की निर्मम हत्या करने वाला दुर्दांत अपराधी विकास दुबे घटना के 100 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है. कानपुर देहात के बारा जोड़ टोल प्लाजा पर पुलिस ने विकास दुबे के पोस्टर लगवाए हैं.


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अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर कानपुर सहित कानपुर देहात पुलिस भी अलर्ट है. घटना के बाद बिकरू गांव में सन्नाटा छाया है. कानपुर के पूर्व एसएसपी भी शक के दायरे में हैं.


बता दें कि कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के लखनऊ में इंद्रलोक कालोनी में बने हुए मकान का नक्शा एलडीए को मिल गया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कालोनी का ले-आउट भी बिल्डर से लिया है. आज मंगलवार को एलडीए की प्रवर्तन टीम मौके पर जाकर निर्माण की जांच कर सकती है. जांच में ये देखा जाएगा कि निर्माण स्वीकृत मानचित्र के मुताबिक हुआ है कि नहीं. साल 2002 में ये नक्शा पास किया गया जो कि विकास दुबे के नाम से स्वीकृत नहीं है. विकास दुबे ने बाद में मकान को रीसेल में खरीदा है.


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इसके अलावा फरार अपराधी विकास दुबे के उत्तराखंड में प्रवेश को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. विकास दुबे यूपी के बिजनौर जिले में दिखाई देने की सूचना से हड़कंप मच गया है. बिजनौर जिले की सीमा पौड़ी गढ़वाल, हरिद्वार और उधमसिंह नगर जिले से मिलती है. कुमाऊं में विकास दुबे के प्रवेश को लेकर अभी अधिकारी इंकार कर रहे हैं. कुमाऊं में प्रवेश हल्द्वानी, रामनगर और टनकपुर से होता है. पहले भी कई अपराधी नैनीताल, रामगढ़, मुक्तेश्वर और पहाड़ी इलाकों में आते रहे हैं. इस मामले में अभी तक यूपी पुलिस ने उत्तराखण्ड पुलिस से कोई संपर्क नही किया है. डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने किसी भी रेड में अतिरिक्त तैयारी के साथ जाने के निर्देश दिए हैं.


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