नई दिल्ली: राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2019 अभियान के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया है. राहुल गांधी ने दावा किया कि विपक्षी पार्टी के तौर पर कांग्रेस की भूमिका ‘ए’ ग्रेड की रही है.  राहुल गांधी ने कहा , 'मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमने पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ी और हमारे संस्थानों की रक्षा की. यही हमारा मूल कर्तव्य है.' 


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राहुल गांधी ने कहा कि मैं इस तथ्य का सम्मान करता हूं कि बीएसपी-एसपी ने यूपी में एक साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है. कांग्रेस के नजरिए से मुझे यूपी में कांग्रेस की विचारधारा को आगे बढ़ाना है.  राहुल ने कहा, 'मैंने यह ज्योतिरादित्य और प्रियंका दोनों को यह साफ कर दिया था कि पहली प्राथमिकता बीजेपी को हारने की है.' दूसरी प्राथमिकता कांग्रेस की विचाराधारा को फैलाना है. तीसरी प्राथमिकता विधानसभा चुनाव जीताना है.  राहुल गाधी ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि मायावती, अखिलेश या (टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू) नायडू बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.'



'राफेल पर बहस क्यों नहीं करते' 


राहुल गांधी ने चुनाव खत्म होने से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ अपना पहली प्रेस कॉन्फ्रेस करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाया.  बता दें लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान से पहले शुक्रवार शाम को पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. ठीक इसी वक्त राहुल गांधी ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की.


राहुल गांधी ने कहा कि अब जब पीएम मोदी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं मैं उनसे यह पूछना चाहता हूं कि आप मेरे से राफेल पर बहस क्यों नहीं करते. मैं आपको बहस की चुनौती देता हूं. आप प्रेस को बताएं की क्यों आप बहस नहीं करते.


राहुल गांधी ने यह भी कहा कि चुनाव बाद यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी के अनुभव का फायदा उठाया जाएगा. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, 'सोनिया गांधी जी और मनमोहन सिंह जी का बहुत अनुभव है. मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूँ कि अनुभवी लोगों दरकिनार कर दूं. हम सोनिया जी के अनुभव का फायदा उठाएंगे.' प्रधानमंत्री पद के सवाल पर गांधी ने कहा, ‘‘मैंने बहुत स्पष्ट किया है. 23 मई को जनता जो भी फैसला करेगी हम मानेंगे. उससे पहले कुछ नहीं कहेंगे.’’