राजस्थान के सियासी ड्रामे में प्रियंका गांधी की एंट्री, सचिन पायलट से फोन पर की बात
राजस्थान संकट को सुलझाने की जिम्मेदारी प्रिंयका वाड्रा को मिली है.
नई दिल्ली: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) में समझौता कराने की कोशिश में कांग्रेस लगी हुई है. राजस्थान के सियासी संकट को सुलझाने की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को मिली है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने सचिन पायलट से फोन पर बातचीत की है. 2018 में भी प्रियंका ने ही गहलोत और पायलट को समझाने का काम किया था. उधर, राहुल गांधी ने अशोक गहलोत से फोन पर बातचीत की है.
इससे पहले, जयपुर में सीएम आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक में 101 कांग्रेस के विधायक पहुंचे. बैठक में सचिन पायलट खेमे के 10 विधायक भी शामिल हुए. राजस्थान के कांग्रेस विधायकों को होटल में शिफ्ट किया गया. जयपुर से 20 किलोमीटर दूर फेयर मॉन्ट होटल में विधायक शिफ्ट किया गया.
राजस्थान में सियासी भूचाल, गहलोत की सरकार पर संकट; जानें क्या है BJP का प्लान
राजस्थान में गहलोत सरकार पर जारी संकट का समाधान निकालने पहुंचे कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सचिन पायलट के लिए कांग्रेस के दरवाजे हमेशा खुले हैं. अगर सचिन पायलट को कोई शिकायत है तो पार्टी बैठक में अपनी बात रख सकते हैं. सुरजेवाला ने कहा कि पिछले 48 घंटे में सचिन पायलट से कई बार चर्चा की गई है. कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि अभी तक सचिन पायलट का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, ऐसे में हम कैसे मान लें कि वो हमारे साथ नहीं. उनकी बात सुनी जाएगी, समझी जाएगी. यही राजस्थान में आज की मांग है.
सचिन पायलट के पोस्टर फिर लगाए गए
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट में सियासी मनमुटाव के बीच मुख्यमंत्री के समर्थकों ने जयपुर में मौजूद कांग्रेस दफ्तर से पहले सचिन पायलट के पोस्टर हटाए गए. बाद में फिर से पोस्टर लगा भी दिए गए. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट हिस्सा लेने के लिए नहीं पहुंचे.
बीजेपी में हलचल तेज
प्रदेश के सियासी घमासान के बीच बीजेपी में हलचल तेज हुई. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया उदयपुर से जयपुर रवाना हुए. दो दिन पहले ही कटारिया जयपुर से उदयपुर आए थे. पूरे सप्ताह उदयपुर में ही रहने का कार्यक्रम था. जिले के कुछ भाजपा विधायक भी जयपुर पहुंचे. राजस्थान सरकार के संकट पर बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव ओम माथुर ने कहा है कि अपनी ही पार्टी के लोगों की कांग्रेस जांच करा रही है. मतलब साफ है कि चिंगारी को दबाने के लिए बीजेपी का नाम लिया जा रहा है. कांग्रेस का कुनबा बिखर रहा है.