VIDEO WAR: सचिन और गहलोत गुट ने वीडियो के माध्यम से किया शक्ति प्रदर्शन
राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी का अंदरूनी संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है.
नई दिल्ली: राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी का अंदरूनी संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अपने आवास पर विधायकों के शक्ति प्रदर्शन और उसके बाद उनको जयपुर के एक होटल में शिफ्ट किया गया. इसके बाद अपने समर्थकों के बारे में बताने के लिहाज से जयपुर में होटल के अंदर का वीडियो भी जारी किया. जिसमें कई विधायकों को देखा जा सकता है. इस वीडियो में राज्य मंत्री प्रताप सिंह, शघु शर्मा, गोविंद सिंह के साथ विधायक श्याम लोढा और अमीन कागजी जयपुर के फेयरमोंट होटल में देखे गए. इन सभी विधायकों ने अशोक गहलोत के आवास पर आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी हिस्सा लिया था.
इसी तरह उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नेतृत्व में बागी विधायकों के गुट ने भी अपनी ताकत दिखाने के लिए एक वीडियो क्लिप जारी की. 10 सेकंड के इस वीडियो को पायलट के प्रवक्ता ने आधिकारिक व्हाट्स ऐप ग्रुप में जारी किया. इसमें लगभग 16 विधायक एक घेरे में बैठे हुए हैं. इसके अलावा छह अन्य लोग भी वीडियो में मौजूद हैं लेकिन उनकी पहचान नहीं हो सकी. वीडियो में पायलट नहीं दिखाई दिए. इनमें इंद्रराज गुर्जर, मुकेश भाखर, हरीश मीणा सहित कुछ विधायकों को देखा जा सकता था.
पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने ट्वीट में लिखा 'परिवार' के साथ वीडियो. लाडनूं से विधायक मुकेश भाखर ने ट्वीट किया, ''यदि आप जिंदा हैं तो यह आवश्यक है कि आप जिंदा दिखें. अगर सिद्धांतों को चोट पहुंचाई जाए तो आपको टकरा जाना चाहिए. कांग्रेस में वफादारी का मतलब अशोक गहलोत की गुलामी है. जो हमें स्वीकार्य नहीं है.''
कांग्रेस ने फिर बुलाई विधायक दल की बैठक
इस बीच जयपुर में पार्टी ने मंगलवार को फिर से विधायक दल की बैठक बुलाई है जिसमें उसे उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों के शामिल होने की उम्मीद है. हालांकि, पायलट के करीबी सूत्रों का कहना है कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ अपने बागी रुख पर कायम हैं. वैसे, कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व पायलट को मनाने की कोशिशों के तहत उनके संपर्क में है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पायलट से बात की है और उनसे कहा है कि वे मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत नहीं करें. उन्हें उनकी चिंताओं को दूर करने का विश्वास भी दिलाया गया है.
सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पायलट से बात की है. इसके साथ ही अहमद पटेल, पी चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल ने भी उनसे संपर्क किया है. कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत में सचिन पायलट ने जो भी मुद्दे रखे हैं, उनके निराकरण का विश्वास दिलाया गया है.
हालांकि, इस बातचीत को लेकर सचिन पायलट या उनके नजदीकी किसी नेता की ओर से पुष्टि नहीं की गई है.
इस बीच, सचिन पायलट के करीबी नेताओं ने गहलोत के उस दावे पर सवाल खडे़ किए, जिसमें मुख्यमंत्री ने बहुमत की बात कही थी. हालांकि, उन्होंने पायलट के भाजपा में शामिल होने की अटकलों को खारिज किया. यह पूछे जाने पर कि क्या पायलट नयी पार्टी गठित करने पर विचार कर रहे हैं तो विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, ' अभी तक, हमने कुछ नहीं सोचा है लेकिन हम भाजपा के साथ नहीं जाएंगे. हम केवल नेतृत्व बदलाव की बात कर रहे हैं.'
(इनपुट: एजेंसियां)