लखनऊ: अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Temple) के निर्माण की मंगल घड़ी आ गई है. मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन अगले महीने 5 अगस्त को होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के हाथों ही मंदिर का भूमि पूजन होगा. सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर में अब तीन नहीं पांच शिखर होंगे. प्रस्तावित राम मंदिर की ऊंचाई भी 161 फीट तक बढ़ाई गई है. राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में 250 अतिथि शामिल होंगे.


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अयोध्या के प्रमुख साधु संत भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहेंगे. अयोध्या आंदोलन से जुड़े सभी वरिष्ठ और महत्वपूर्ण लोग मौजूद रहेंगे. संघ और विश्व हिंदू परिषद के महत्वपूर्ण पदाधिकारी भी शामिल होंगे. ट्रस्ट की तरफ से न्योता भेजा जा रहा है. केंद्र और यूपी सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्री भी मौजूद रहेंगे. अंतिम सूची तैयार की जा रही है. कोरोना के चलते संख्या सीमित रखी जा रही है. 


पीएम मोदी सुबह 11 बजे पहुंचेंगे अयोध्या
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे. सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी सुबह 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. भूमि पूजन कार्यक्रम 3 से 4 घंटे चलेगा. भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए काशी से पुजारी बुलाए जाएंगे. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजकर 10 मिनट तक अयोध्या में रहेंगे. 5 अगस्त को सुबह 8 बजे भूमि पूजन का कार्यक्रम शुरू होगा. राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से प्रधानमंत्री को निमंत्रण भेज दिया गया है. 



बढ़ाई जाएगी राम मंदिर की ऊंचाई 
राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में तय हुआ है कि राम मंदिर की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी. पहले मंदिर  की ऊंचाई 128 फीट तय थी, जो अब बढ़ाकर 161 फीट की जाएगी. इसके अलावा अब गर्भगृह के आसपास 5 गुंबद बनाए जाएंगे. ट्रस्ट की बैठक में तय हुआ है कि राम मंदिर का निर्माण 3 साल के अंदर पूरा कर लिया जाएगा. यानी 2023 तक अयोध्या में दुनिया का सबसे भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. राम मंदिर के लिए अभी पत्थर पूरे नहीं हैं. पत्थरों की आपूर्ति के लिए श्रवण कमेटी का गठन किया जाएगा.


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