सूरत: सूरत में कोचिंग सेंटर में आग लगने के मामले में पुलिस ने कोचिंग सेंटर के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है. शुक्रवार को हुए भीषण अग्निकांड में दो और छात्राओं की मौत के बाद मरने वालों की संख्या 22 तक पहुंच गई है. 


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सूरत के पुलिस प्रवक्ता और सहायक पुलिस आयुक्त पी एल चौधरी ने शनिवार को दो और मृतक छात्राओं की पहचान कर्नावी सितापारा और ध्रुवी रिबादया के रूप में की.उन्होंने बताया कि दोनों का इलाज अलग-अलग अस्पताल में चल रहा था. 


अधिकारी ने बताया, ‘हालिया जानकारी के मुताबिक दो किशोरियों की मौत आज हो गई . इसके साथ ही इस घटना में मरने वालों की संख्या 22 हो गई. इसमें 18 लड़कियां और चार लड़के हैं. 3-4 साल का एक बच्चा भी आग में झुलस गया था और वह अभी अस्पताल में भर्ती है.’ उन्होंने बताया कि ज्यादातार पीड़ितों की उम्र 17-18 साल के बीच में हैं और वह सभी सरथाना इलाके के तक्षशिला एन्कलेव के एक कोचिंग में पढ़ते थे. 


सरथाना पुलिस थाने के निरीक्षक एम एम पुरवार ने भी 22 छात्र-छात्राओं की मौत की पुष्टि की है.


सूरत पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने आज दिन में बताया था कि आरोपी कोचिंग संचालक भार्गव भूटानी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया और दो बिल्डरों की पहचान हर्षुल वेकारिया और जिग्नेश पालीवाल के रूप में हुई है और यह दोनों फरार चल रहे हैं. 


गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शुक्रवार को राज्य में स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग सेंटरों के अग्नि सुरक्षा ऑडिट के आदेश दिए हैं.  उन्होंने अतिरिक्त मुख्य सचिव और शहरी विकास विभाग मुकेश पुरी की निगरानी में जांच के आदेश दिए हैं. 


शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा करते हुए रुपाणी ने कहा कि ऑडिट से पता चलेगा कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में आग की घटनाओं से निपटने के लिए उचित सुविधाएं उपलब्ध हैं या नहीं.