Sultanpur Jeweler Robbery Case: सुल्तानपुर डकैती कांड में मंगेश यादव के बाद आज एक और आरोपी अनुज प्रताप सिंह को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया. उन्नाव में हुए इस मुठभेड़ के बाद प्रदेश में राजनीति एक बार फिर शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इस एनकाउंटर पर योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि सबसे कमजोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं. वहीं मारे गए आरोपी अनुज के पिता ने अखिलेश यादव पर भड़कते हुए कहा कि आखिरकार अखिलेश यादव का सपना पूरा हो ही गया. 


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'जिनका कोई भविष्य नहीं, वही भविष्य बिगाड़ रहे'


यूपी में हुई मुठभेड़ को लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर अखिलेश का बड़ा हमला बोला है. सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर उन्होंने लिखा, 'सबसे कमज़ोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं. किसी का भी फ़र्ज़ी एनकाउंटर नाइंसाफ़ी है. हिंसा और रक्त से उप्र की छवि को घूमिल करना उप्र के भविष्य के विरूद्ध एक बड़ा षड्यंत्र है. आज के सत्ताधारी जानते हैं कि वो भविष्य में फिर कभी वापस नहीं चुने जाएंगे. इसीलिए वो जाते-जाते उप्र में ऐसे हालत पैदा कर देना चाहते हैं कि उप्र में कोई प्रवेश-निवेश ही न करे. उप्र की जागरूक जनता ने जिस तरह लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है, भाजपाई उसी का बदला ले रहे हैं. जिनका ख़ुद का कोई भविष्य नहीं होता, वही भविष्य बिगाड़ते हैं. 
निंदनीय!'


अपनी सुप्रीमो की बात को आगे बढ़ाते हुए सपा के प्रवक्ता सुनील साजने कहा कि यूपी पुलिस एक थ्योरी को सही साबित करने के लिए दूसरी थ्योरी गढ़ती  जा रही है. यह अकाउंट सेटल एनकाउंटर है. जब समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो इस तरह के एनकाउंटर करने वाले लोगों को आजीवन कारावास की सजा होगी. एनकाउंटर की प्रक्रिया ही गलत है. हम सवाल एनकाउंटर के प्रक्रिया पर खड़ा कर रहे हैं. 


अपराधियों की कोई जाति नहीं होती- ओपी राजभर


वहीं कांग्रेस ने भी इस मुठभेड़ पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने पूछा है कि क्या यूपी में एफआईआर होनी बंद हो गई हैं. बताया गया है कि निर्देश मिला है कि एफआईआर कम से कम दर्ज की जाएं. उसके बावजूद बाकी राज्यों के मुकाबले यूपी में 12 फीसदी ज़्यादा अपराध हो रहे हैं. 


सपा- कांग्रेस के आरोपों पर योगी सरकार के मंत्रियों ने भी जबरदस्त पलटवार किया है. यूपी सरकार में मंत्री ओपी राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव ने पहले अपराधियों की जाति का मुद्दा बनाया. लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती. यूपी में अपराधियों का एनकाउंटर हो रहा है. जो भी जनता के साथ अपराध करेगा, उसे अंजाम भुगतना ही होगा.


यूपी सरकार में ही दूसरे मंत्री संजय निषाद ने उन्नाव एनकाउंटर और मंगेश यादव एनकाउंटर के जाति विवाद पर अखिलेश यादव पर निशाना साधा. संजय निषाद ने कहा, इन्हें तो सरकार को धन्यवाद कहना चाहिए कि सरकार उन्हें सुरक्षा प्रदान कर रही है. सरकार जाति नहीं अपराध देख कर एनकाउंटर करती है.


कैसे हुए उन्नाव एनकाउंटर? 


उन्नाव के डीएसपी अखिलेश सिंह ने बताया कि STF और उन्नाव पुलिस की साझा टीम की अचलगंज के कोलुहागाड़ा के पास यह मुठभेड़ हुआ. डकैती केस में एक लाख रुपये फरार आरोपी अनुज प्रताप सिंह अपने एक साथी के साथ बाइक पर भाग रहा था. उसे रोकने की कोशिश में दोनों ओर से फायरिंग हुई, जिसमें अनुज मारा गया, जबकि उसका साथी मौके से फरार हो गया. मारा गया अनुज अमेठी जिले का रहने वाला था. 


सुल्तानपुर में हुई थी डेढ़ करोड़ की डकैती


यूपी पुलिस के मुताबिक अमेठी के पड़ोसी जिले सुल्तानपुर में 28 अगस्त को जूलरी कारोबारी भरत सोनी के शोरूम में घुसकर 5 डकैतों ने 1 करोड़ 40 लाख रुपये के गहने लूट लिए थे. सभी डकैत मुंह पर कपड़ा बांधकर डकैती के लिए पहुंचे थे. इतनी बड़ी डकैती के बाद जिला पुलिस के साथ ही यूपी एसटीएफ भी बदमाशों के पीछे लग गई थी.


इस दौरान 5 सितंबर को पुलिस की कथित बदमाशों से मुठभेड़ हुई, जिसमें डकैती में शामिल रहा एक लाख रुपये का इनामी बदमाश मंगेश यादव मुठभेड़ में मारा गया. अखिलेश यादव ने इस मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि योगी सरकार में एक खास बिरादरी और वर्ग के लोगों को एनकाउंटर के नाम पर मारा जा रहा है. 


'अब अखिलेश यादव का सपना पूरा हो गया'


इसके बाद आज उन्नाव में दूसरा एनकाउंटर हुआ, जिसमें जूलरी डकैती केस में शामिल दूसरा आरोपी अनुज प्रताप सिंह मारा गया. उस पर भी एक लाख रुपये का इनाम घोषित था. उस पर 2 मुकदे दर्ज थे. इस केस में अंकित, फुरकान और अरबाज अभी फरार चल रहे हैं. अपने बेटे की मुठभेड़ में मौत की खबर सुनने के बाद अनुज के पिता अखिलेश यादव पर जमकर भड़के. उन्होंने कहा कि अब अखिलेश यादव का सपना पूरा हो गया.


अनुज के पिता धर्मराज सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव ने कहा था कि सरकार केवल जाति विशेष के लोगों का एनकाउंटर करवा रही है. आज देख लीजिए, ठाकुरों का भी एनकाउंटर हो गया. उन्होंने कहा कि जिनके ऊपर 35-40 केस दर्ज हैं, उनका एनकाउंटर नहीं हो रहा, जबकि 2-4 केस वाले आरोपियों का एनकाउंटर किया जा रहा है. अनुज के पिता ने बताया कि वह 3 मई को घर आया था और इसके बाद 4 जून को चला गया था. उसके बाद से उसका कुछ अता- पता नहीं था.