Surya Namaskar in Schools of Rajasthan: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में सूर्य नमस्कार को अनिवार्य कर दिया है. स्कूल में सुबह की प्रार्थना के समय सूर्य नमस्कार करवाने का आदेश जारी किया गया है. राजस्थान में 15 फरवरी को सभी स्कूलों में सूर्य नमस्कार करवाया जाएगा. 15 फरवरी को सूर्य सप्तमी है और इस दिन भजनलाल सरकार सूर्य नमस्कार का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहती है. इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को बनाने के लिए स्कूलों को तैयारी कराने का आदेश दिया गया है  . 


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सूर्य नमस्कार के फायदे


सूर्य नमस्कार सेहत के लिए बहुत जरूरी है. ये एक ऐसी दवा है, जिसके लिए आपको डॉक्टर को पैसे नहीं देने पड़ते है. सिर्फ अपना कुछ समय देना होता है. आज हम आपको सूर्य नमस्कार के फायदे बताते हैं. 


  • शरीर की मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होता है.

  • शारीरिक मुद्रा बेहतर होती है.

  • रीढ़ की हड्डी मजबूत रहती है.

  • अगर खुले में सूर्य के सामने करें..तो विटामीन डी की कमी दूर होती है.

  • मानसिक तनाव को कम करता है.

  • दिल की मांसपेशियों को भी मजबूत रखता है.

  • रक्त प्रवाह को अच्छा रखता है.

  • वजन कम करने में मददगार.

  • फेफड़ों को मजबूत बनाता है.

  • फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है.

  • इस हिसाब से सूर्य नमस्कार...युवा, महिला, बुजुर्ग और बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद है.  


सूर्य नमस्कार में होते हैं 12 आसन


सूर्य नमस्कार असल में योग की ही एक विधि है. इसमें कुल 12 आसन होते हैं, जिनके नाम प्रणामासन, हस्तउत्तनासन, पादहस्तासन, अश्व संचालनासन, दंडासन, अष्टांग नमस्कार, भुजंगासन, अधोमुख शवासन, अश्व संचालासन, पादहस्तासन, हस्तउत्तनासन और प्रणामासन हैं. सूर्य नमस्कार को करने के लिए कोई विशेष तैयारियों या समय की जरूरत नही होती. आप सुबह के समय घर की छत, बाल्कनी, पार्क, स्टेडियम या कहीं भी खुले स्थान पर साधारण कपड़ों में इसे कर सकते हैं. 


मानसिक तनाव से कोसों दूर


हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि जो लोग रोजाना सूर्य नमस्कार करते हैं, वे मानसिक तनाव से कोसों दूर रहते हैं. उन्हें इन्सोमनिया की समस्या से राहत मिलती है और काम पर फोकस बढ़ता है. ऐसे लोग जल्दी से किसी बात पर गुस्सा नहीं होते और समस्या पर बात करने के बजाय समाधान पर बात करते हैं. कूल रहने की वजह से कार्यस्थल पर उनकी प्रतिष्ठा भी बढ़ती है. 


रोजाना कितनी देर करें सूर्य नमस्कार?


रही बात सूर्य नमस्कार की अवधि की तो इसके सभी 12 आसन करने में करीब 20-25 मिनट का समय लग सकता है. अगर आप रोजाना इतना समय नहीं निकाल सकते तो 5 से 10 मिनट तक भी सूर्य देव के सामने इसे कर सकते हैं. हेल्थ एक्सपर्टों का कहना है कि अगर आप प्रतिदिन 5 से 12 बार सूर्य नमस्कार कर लेते हैं तो बाकी आसनों को न करने से भी नुकसान नहीं होता है.