नई दिल्ली: 15वां प्रवासी भारतीय दिवस अगले साल जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में होगा और इस कार्यक्रम में आने वाले प्रवासी (एनआरआई) भारतीयों को ‘कुंभ स्नान’ और गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने का भी मौका मिलेगा. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा संयुक्त रूप से 21-23 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम के लिए समर्पित वेबसाइट के उद्घाटन के मौके पर यह घोषणा की गई. 


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‘‘नए भारत के निर्माण में प्रवासी भारतीयों की भूमिका’’ होगी थीम
सरकार इस कार्यक्रम को अपनी तरह का पहला बताते हुए कह रही है कि इसमें भाग लेने वालों को कुंभ मेले के दौरान वाराणसी और इलाहाबाद की सांस्कृतिक विरासत का गवाह बनने का मौका मिलेगा. प्रवासी भारतीय दिवस-2019 की थीम ‘‘नए भारत के निर्माण में प्रवासी भारतीयों की भूमिका’’ है. प्रतिभागियों के लिए संगम में कुंभ स्नान की व्यवस्था की जाएगी. जो लोग इस आयोजन में हिस्सा लेना चाहते हैं वो प्रवासी भारतीय दिवस की वेबसाइट पर 15 नवंबर तक पंजीकरण करा सकते हैं. 


22 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी शुरू करेंगे मुख्य समारोह
सुषमा स्वराज ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन हर साल नौ जनवरी को होता है, लेकिन इसके अगले संस्करण को प्रवासी भारतीयों द्वारा इलाहाबाद में होने वाले कुंभ मेले और नई दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने की इच्छा व्यक्त करने के बाद कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया है. अब यह कार्यक्रम कुंभ मेले और गणतंत्र दिवस परेड की तारीखों के आसपास होगा. स्वराज ने कहा कि वह चार भारतीय मिशनों से बात कर नौ जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाने को कहेंगी. मुख्य समारोह 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया जाएगा.


(इनपुट भाषा से)