चेन्नईः तमिलनाडु के तंजावुर जिले में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने आत्महत्या कर ली. 17 साल की छात्रा ने मरने से पहले आरोप लगाया कि स्कूल के अधिकारियों ने जबरन धर्म परिवर्तन कर ईसाई बनने के लिए मजबूर किया. जिसके बाद उसने अपना जीवन समाप्त करने का फैसला किया. 


एनसीपीसीआर ने जारी किया नोटिस


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इस घटना पर संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है. एनसीपीसीआर से मिली शिकायत के अनुसार, छात्रा अरियालुर की रहने वाली है. वह तंजावुर जिले के सेक्रेड हार्ट हायर सेकेंडरी स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही थी.


छात्रा ने आरोप लगाया था कि स्कूल अधिकारियों द्वारा ईसाई धर्म में परिवर्तित होने के लिए मजबूर किए जाने के बाद अपना जीवन समाप्त करने का फैसला किया. यह स्कूल अवैध रूप से बच्चों को ईसाई धर्म में परिवर्तित कर रहा था और विरोध करने वालों को कड़ी सजा दी जाती थी. शिकायत के अनुसार, स्कूल के इस रवैये से छात्रों को मानसिक पीड़ा हो रही थी.


शौचालय तक साफ कराने का आरोप


शिकायत के अनुसार, छात्रा ने जब ईसाई धर्म अपनाने का विरोध किया गया, तो उसे हॉस्टल से निकलने नहीं दिया गया. यहां तक की घर जाने तक के लिये मना कर दिया गया था. उसे शौचालय साफ करने और बर्तन धोने के लिए मजबूर किया गया, जिसके बाद उसने सुसाइड का फैसला किया.


 
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