Jammu-Kashmir Terrorism: जम्मू-कश्मीर में गैर-कश्मीरियों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. शुक्रवार को बडगाम जिले में आतंकियों ने दो मजदूरों को गोली मार दी. मजदूरों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर है. ये दोनों ही मजदूर इलाके के जल जीवन प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे. एक शख्स के हाथ में गोली लगी, जबकि दूसरे के पैर में. इस घटना के बाद इलाके को घेर लिया गया है और आतंकियों की तलाश जारी है. 


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यह हमला सेंट्रल कश्मीर के बडगाम के मजहामा इलाके में हुआ. ये दोनों ही मजदूर उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे. इनकी पहचान सूफियान और उस्मान के रूप में हुई है. अटैक की जानकारी मिलते ही पुलिस और सुरक्षा बल एक्शन में आ गए और हमलावरों को पकड़ने की तलाश तेज हो गई.


लगातार हो रहे आतंकी हमले


उमर अब्दुल्ला के मुख्यमंत्री बनने के बाद से प्रवासी मजदूरों और सुरक्षाबलों पर हमलों में तेजी आई है. 24 अक्टूबर को गुलमर्ग स्की-रिजॉर्ट से 12 किलोमीटर दूर बोटापथरी इलाके में आतंकियों ने आर्मी के काफिले पर हमला किया था, जिसमें सेना के तीन जवान और दो आर्मी पोर्टर्स की मौत हो गई थी. 


डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स को निशाना बना रहे आतंकी


इससे पहले करवाचौथ के दिन आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के गुंड इलाके में बन रही अंडरकंस्ट्रक्शन टनल के निर्माण में जुटे मजदूरों पर गोलियां बरसाई थीं. इसमें एक डॉक्टर समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी. मरे गए लोगों में लोकल और प्रवासी मजदूर शामिल थे. पुलिस के मुताबिक, इस हमले में दो आतंकी शामिल थे.


18 अक्टूबर को शोपियां जिले में आतंकियों ने बिहार के रहने वाले अशोक चौहान की गोली मारकर हत्या कर दी थी. अगर पिछले दो हफ्तों की बात करें तो कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में बेतहाशा इजाफा हुआ है और इस कारण से 13 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें दो सैनिक भी शामिल हैं.