जम्मू : पाकिस्‍तानी सैनिकों की ओर से जम्‍मू कश्‍मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सोमवार रात को भी निरंतर सीजफायर का उल्‍लंघन किया गया। सीमा के पास सांबा सेक्टर के चिल्यारी और राजपुरा में हो रही भारी फायरिंग को देखते हुए पुलिस ने सरहद के 20 गांवों को खाली करवा लिया है। पाकिस्तान की ओर से लगातार किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन से जम्मू-कश्मीर के सीमाई इलाकों में दहशत फैल गई है। अब तक हजारों लोग अपना घर बार छोड़कर सुरक्षित स्‍थानों की ओर पलायन कर गए हैं।


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सूत्रों के अनुसार, जम्‍मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के कई जगहों पर रात भर पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी की गई। इस गोलाबारी और फायरिंग में बीएसएफ की चौकियों को खासकर निशाना बनाया गया। एक रिपोर्ट के अनुसार, सांबा, हीरानगर, कठुआ, रामगढ़ और अरनिया सेक्‍टर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की करीब 45 चौकियों पर पाकिस्‍तानी सैनिकों ने भारी गोलाबारी और फायरिंग की। बीएसएफ के डीजी आज सांबा और कठुआ का दौरा हालात का जायजा लेंगे।


पाकिस्तान ने सोमवार को भी सांबा और कठुआ जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा चौकियों (बीओपी) और असैन्य इलाकों को निशाना बनाते हुए दोबारा मोर्टार से भारी गोलाबारी की जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान की मौत हो गई। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी फिर से शुरू होने के बाद जम्मू-कश्मीर के साम्बा और कठुआ जिलों में सीमावर्ती इलाकों से 7,000 से अधिक लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।


पाकिस्तान के इस ताजा संघर्ष विराम उल्लंघन की घटना के बाद दोनों ओर से फिर भारी गोलाबारी और गोलीबारी शुरू हो गई। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी रेंजर्स के जवानों ने आज दोपहर करीब दो बजे सांबा और कठुआ सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा चौकियों और असैन्य इलाकों को निशाना बनाकर मोर्टार से भारी गोलाबारी की। उन्होंने कहा कि गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया और बीएसएफ भी करारा जवाब दे रही है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शहीद सैनिक की पहचान कांस्टेबल देवेन्द्र कुमार के रूप में हुई है जो सांबा सेक्टर के खोरा सीमा चौकी पर तैनात था।


वहीं, जम्‍मू में जिला प्रशासनों ने ऐसे आश्रय स्थल बनाए हैं जहां संघर्ष विराम के उल्लंघन के कारण अपने घरों को छोड़ने वालों को जगह दी जा रही है। कठुआ के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि 4,300 से अधिक लोग अस्थायी आश्रय स्थलों में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक हमारे यहां शिविरों में 4,300 से अधिक लोगों ने शरण ली है। आसार है कि कल यह संख्या बढ़ सकती है क्योंकि गोलीबारी जारी है। साम्बा जिले में भी अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे इलाकों में यही हालात हैं। यहां 3,100 से अधिक लोगों ने अस्थायी आश्रय स्थलों में शरण ली है। सेना भी सीमावर्ती इलाकों के निवासियों की सहूलियत के लिए वाहन मुहैया करा रही है। रक्षा विभाग के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने कहा कि लोगों को सीमा से लगे अपने गांवों से बाहर निकलने के लिए सेना ने वाहन मुहैया कराए हैं।