TMC पार्षद ने उड़ाईं Lockdown के नियमों की धज्जियां, खुलेआम कटवाए बस्ती के बच्चों के बाल
बंगाल में लगातार लॉकडाउन (Lockdown) के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है. फिर चाहें वो कोई मंत्री हो या आम जनता.
कोलकाता: बंगाल में लगातार लॉकडाउन (Lockdown) के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है. फिर चाहें वो कोई मंत्री हो या आम जनता. इस बार बच्चों के बाल कटवाने के नाम पर तृणमूल कांग्रेस के कॉरपोरेटर ने अपनी मर्ज़ी से ही बच्चों के लिए बाल कटवाने का बंदोबस्त करवा दिया.
घटना बर्धमान जिले के दुर्गापुर शहर की है. दुर्गापुर नगर निगम के अंदर कई बस्तियां हैं. जिसमें से एक है 4 नंबर वार्ड की नागार्जुन बस्ती. और यहां के पार्षद (कॉरपोरेटर) स्वरुप मुखर्जी ने बस्ती के बच्चों के लिए बाल कटवाने का इंतजाम खुद ही कर लिया. कॉरपोरेटर का कहना है कि बच्चों के बाल बढ़ने से उनको ठंडा लग जाएगी और इससे बच्चों को सर्दी, खांसी होने की संभावना है, जिस वजह से कोरोना का संक्रमण हो सकता है. इसलिए उन्होंने फ्री में बच्चों के बाल कटवाने के लिए सेवा शुरू कर दी.
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कॉरपोरेटर के मुताबिक वह आज 70 से 80 बच्चों के बाल कटवा चुके हैं. इस दौरान बच्चे बाल कटवाने के लिए पूरे दिन कतार में खड़े रहे. 4 नाई को साथ लेकर तृणमूल कांग्रेस के पार्षद स्वरुप मुखर्जी ने ये काम करवाया. जब केंद्र और राज्य सरकार ने ये स्पष्ट कर दिया है कि इस लॉकडाउन में कोई घर से बाहर ना निकले, केवल राशन और जरूरी चीजों के लिए ही बाहर निकला जा सकता है. ऐसे में सरकार के प्रतिनिधि ही नियमों का उल्लंघन करके अपनी पार्टी का नाम रोशन करवाने में लगे है. बच्चों के परिजनों का कहना है कि पार्षद स्वरुप मुखर्जी द्वारा निशुल्क सेवा दी गई इसलिए उन्होंने अपने बच्चों के बाल कटवाए.
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बता दें राज्य की सीएम ममता बनर्जी और केंद्र द्वारा भेजे गए IMCT (INTER MINISTERIAL CENTRAL TEAM ) को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है. ये टीम इस बात की जांच करने के लिए पहुंची है कि बंगाल के जिन 4 जिलों को रेड जोन में रखा गया है, क्या वहां पर लॉकडाउन के नियमों का पालन ठीक से किया जा रहा है.
जब Zee News ने पार्षद स्वरुप मुखर्जी से फोन पर पूछा कि क्या उन्होंने पुलिस या प्रशासन से बच्चों के बाल कटवाने के लिए अनुमति ली है, तो उन्होंने बताया कि हमने फोन पर पुलिस को मौखिक रूप से सूचना देकर अनुमति ले ली है.