प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल केस में एक नया मोड़ सामने आया है. राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women) ने गुरुवार को कहा है कि जेडीएस सांसद रेवन्ना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली महिलाओं में शामिल एक महिला ने कहा है कि उसे रेवन्ना के खिलाफ झूठा केस दर्ज कराने के लिए मजबूर किया गया. महिला ने आरोप लगाया है कि तीन लोगों ने उसे धमकी देते हुए रेवन्ना के खिलाफ झूठा केस दर्ज कराने के लिए मजबूर किया.


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राष्ट्रीय महिला आयोग ने आगे कहा है कि महिला ने अपने और अपने परिवार के लिए सुरक्षा मांग की है. क्योंकि उसे तीन लोग अलग-अलग नंबरों से फोन करके धमकी दे रहे थे.


राष्ट्रीय महिला आयोग ने क्या कहा?


एनसीडब्लयू की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है, " एक महिला ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए आयोग से संपर्क किया. महिला ने कहा है कि तीनों लोग सादे कपड़े में थे और खुद को कर्नाटक पुलिस के रूप में पेश कर रहे थे. इन तीनों लोगों ने उसे रेवन्ना के खिलाफ झूठा केस दर्ज करने के लिए मजबूर किया. अलग-अलग नंबरों से कॉल आ रहे थे. रेवन्ना के खिलाफ केस दर्ज करने की धमकी दी जा रही थी."


हालांकि, रेवन्ना से जुड़े सेक्स स्कैंडल मामलों की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) का कहना है कि उन्होंने उस महिला से संपर्क नहीं किया है. जिसने NCW से शिकायत की है कि इस मामले को लेकर गलत बयान देने के लिए कर्नाटक पुलिस ने उसे मजबूर किया था. उसे उस महिला के बारे में जानकारी तब मिली है जब NCW ने महिला की ओर से की गई शिकायत की जांच शुरू कर दी है. 


पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दी प्रतिक्रिया


NCW के इस खुलासे के बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि एसआईटी झूठे बयान लेने के लिए पीड़ितों को धमकी दे रही है. 


कर्नाटक के हासन सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न, सैकड़ों सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, धमकाने और साजिश रचने के आरोप हैं. प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं. प्रज्वल रेवन्ना के पिता कर्नाटक में विधायक हैं और चाचा पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी हैं.