UP: धर्मांतरण की साजिश पर योगी सरकार सख्त, आरोपियों पर NSA लगाने की तैयारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने जांच एजेंसियों को धर्मांतरण मामले की पूरी तह में जाने का निर्देश दिया है. साथ ही जो भी लोग इस मामले में संलिप्त हैं उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और एनएसए लगाने की तैयारी हो रही है. यहां तक कि दोषी लोगों की प्रॉपर्टी भी जब्त की जा सकती है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में धर्मांतरण की साजिश का खुलासा होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सख्त रवैया अपनाया है. उन्होंने जांच एजेंसियों को धर्मांतरण मामले की पूरी तह में जाने का निर्देश दिया है. साथ ही जो भी लोग इस मामले में संलिप्त हैं उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और एनएसए (NSA) लगाने की तैयारी हो रही है. यहां तक कि दोषी लोगों की प्रॉपर्टी भी जब्त की जा सकती है.
यूपी में जबरन धर्मांतरण
यूपी एटीएस (UP ATS) ने दिल्ली के जामिया नगर के रहने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो इस साजिश में शामिल थे. यूपी एटीएस को धर्मांतरण की साजिश के पीछे पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) की फंडिंग के सबूत भी मिले हैं. यूपी एटीएस ने 1000 लोगों के अवैध तरीके से धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है.
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यूपी ने एडीजी प्रशांत कुमार ने सोमवार को इस मामले में खुलासा करते हुए कहा कि 2 जून को डासना के एक मंदिर में दो लोगों ने अवैध रूप से घुसने की कोशिश की थी. इस मामले में उनको हिरासत में लिया गया था. आरोपियों का नाम विपुल विजयवर्गीय और काशिफ है. उनसे पूछताछ में पता चला कि इन लोगों का सुनियोजित तरीके से धर्म परिवर्तन का रैकेट चल रहा है जो काफी प्रलोभन देने का काम करता है.
ऐसे खुली साजिश की पोल
जांच में सामने आया कि इन लोगों ने करीब हजार लोगों को लालच देकर और धमका कर उनका धर्म परिवर्तन कराया है. इसके पीछे एक शख्स गौतम का नाम सामने आया जो कि बाटला हाउस, जामिया नगर का रहने वाला है. इसने खुद भी अपना धर्म परिवर्तन किया है. मामले की तह खुलने के बाद इसके साथी जहांगीर आलम की गिरफ्तारी की गई.
एडीजी ने बताया कि एटीएस को कुछ समय से यह सूचना मिल रही थी कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISA) और अन्य विदेशी माध्यमों से पैसे जमा कर कुछ लोग धर्मांतरण कराने और धार्मिक वर्गों में नफरत फैलाने की कोशिश में जुटे हैं.
VIDEO-लालच देकर मजबूरों को फंसाया
इस सूचना पर एटीएस की टीम ने रविवार को काजी जहांगीर और उमर गौतम को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि लखनऊ के एटीएस थाने में उनके व उनकी संस्था इस्लामिक दावा सेंटर व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश, धार्मिक वैमनस्य फैलाने, किसी धर्म को अपमानित करने सहित विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज किया गया है.
प्रशांत कुमार ने बताया कि उमर गौतम पहले हिंदू था लेकिन उसने मुस्लिम धर्म स्वीकार कर लिया और धर्मांतरण कराने में सक्रिय हो गया. उन्होंने उमर के हवाले से बताया कि अभी तक उसने करीब एक हजार गैर मुस्लिम लोगों को मुस्लिम धर्म में धर्मांतरित कराया और उनकी मुस्लिमों से शादी कराई है. ये लोग मूक-बधिर छात्रों और गरीब लोगों को पैसे, नौकरी व शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराते थे.