लखनऊ: उत्तर प्रदेश (UP) में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने रविवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) समेत चार नेताओं के नाम विधान परिषद सदस्य (UPMLC) के तौर पर मनोनयन के लिए भेजे हैं.


इनके नाम भी शामिल


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यूपी सरकार ने जितिन प्रसाद के साथ-साथ निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद (गोरखपुर), चौधरी वीरेंद्र सिंह गुर्जर (शामली) और गोपाल अंजान भुर्जी (मुरादाबाद) के नाम विधान परिषद सदस्य के तौर पर मनोनीत किए जाने के लिए राजभवन भेजे हैं.


वर्तमान में खाली हैं 5 सीटें


प्रदेश की 100 सदस्यीय विधान परिषद में समाजवादी पार्टी (SP) के सबसे ज्यादा 48 सदस्य हैं. इसके अलावा भाजपा के 33, बसपा के छह, निर्दलीय चार, शिक्षक दल के दो तथा अपना दल और कांग्रेस का एक-एक सदस्य है. इस तरह वर्तमान में उच्च सदन की पांच सीटें रिक्त थीं.


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डिप्टी सीएम की रेस में थे निषाद


गत लोक सभा चुनाव में भाजपा की सहयोगी रही निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद पिछले दिनों खुद को आगामी विधान सभा चुनाव में उप मुख्यमंत्री पद के दावेदार के तौर पर पेश करने की मांग को लेकर चर्चा में थे. उनका दावा है कि उनकी पार्टी प्रदेश में 160 विधान सभा सीटों पर निर्णायक भूमिका अदा करने वाली निषाद बिरादरी की एकमात्र प्रतिनिधि पार्टी है.


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बीजेपी-निषाद का गठबंधन


निषाद पार्टी ने वर्ष 2017 विधान सभा की 72 सीटों पर डॉक्टर अयूब अंसारी की अगुवाई वाली पीस पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, मगर उसे भदोही जिले की ज्ञानपुर सीट के रूप में एकमात्र सफलता मिल सकी थी. उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के प्रभारी बनाए गए केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले शुक्रवार को वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव के लिए निषाद पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान किया था.


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