अपनी मूंछों के लिए जाने जाते हैं ये होमगार्ड, लेकिन चेहरे पर है इस बात की चिंता
`मूंछे हों तो नत्थू लाल जैसी, वरना न हों...` बॉलीवुड की इस फेमस लाइन ने हजारों चेहरों पर मुस्कान लाई है, लेकिन संभल के एक जवान होमगार्ड इसे जी रहे हैं. संभल में यह जुमला अलग तरह से मशहूर है. यहां कहा जाता है `मूंछे हों तो होमगार्ड जवान डूमर सिंह जैसी`.
संभल: 'मूंछे हों तो नत्थू लाल जैसी, वरना न हों...' बॉलीवुड की इस फेमस लाइन ने हजारों चेहरों पर मुस्कान लाई है, लेकिन संभल के एक जवान होमगार्ड इसे जी रहे हैं. संभल में यह जुमला अलग तरह से मशहूर है. यहां कहा जाता है 'मूंछे हों तो होमगार्ड जवान डूमर सिंह जैसी'. चंदौसी कोतवाली में तैनात होमगार्ड विभाग के जवान डूमर सिंह अपनी 3 फीट लंबी शानदार मूंछो के लिए मशहूर हैं. विभाग सहित पूरे जनपद में उनकी मूंछो का बोलबाला है. डूमर सिंह की मूंछों को होमगार्ड विभाग की शान कहा जाता है. यही नहीं, डूमर सिंह की शानदार मूंछो से प्रभावित होकर होमगार्ड के अधिकांश जवानों ने लंबी मूंछे रखनी शुरू कर दी है. ये मूंछे इतनी मशहूर हैं कि पुलिस विभाग के आला अफसर भी कई बार जवान को सम्मानित कर चुके हैं.
ये भी पढ़ें: यूपी में अब बहाना नहीं बना पाएंगे 'गुरु जी', टैबलेट से लगेगी बायोमेट्रिक हाजिरी
मूंछें संवारने में लगता है घंटे भर से भी ज्यादा समय
मूंछों की शान बनाए रखने के लिए मेहनत भी बहुत लगती है. इन्हें संवारने में रोजाना 1 घंटा लग जाता है. डूमर सिंह रोजाना अपनी मूंछो पर Gel और Oil लगाने के बाद मूंछो को कानों पर लपेट लेते हैं. जोरदार मूंछें अन्य जवानों, यानी ब्रज बल्ल्भ सिंह, रामौतार पाल, भारत सिंह सहित कई जवानों के लिए प्रेरणा हैं. अधिकतर जवान अब डूमर सिंह जैसी मूंछें रखने लगे हैं.
मशहूर होने के बावजूद हैं इस बात से परेशान
मूंछों के रौब में रहने वाले इन गार्ड का दर्द बस यही है कि विभाग की ओर से जवानों को केवल 7-8 महीने ही ड्यूटी दी जाती है, जिस वजह से वे आर्थिक रूप से परेशान रहते हैं. साथ ही, लंबी मूंछ रखने वाले जवानों का चयन कर उन्हें मूंछो के रख-रखाव के मानदेय भी देने जाने थे, लेकिन आज तक किसी भी जवान को मानदेय नहीं मिला है. डूमर सिंह और अन्य जवानों ने सरकार से मांग की है कि सरकार गार्ड्स को पूरे वर्ष ड्यूटी करने का प्रबंध कराए और मूंछों के मानदेय की भी व्यवस्था करे.
WATCH LIVE TV