काठगोदाम से बिहार के लिए शुक्रवार को चलेगी श्रमिक स्पेशल ट्रेन, 1200 लोगों की होगी घर वापसी
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि श्रमिकों से किसी तरह का किराया नहीं लिया जा रहा है. प्रति श्रमिक 455 रुपये का किराया बिहार सरकार द्वारा रेलवे मंत्रालय को दिया जाएगा.
नैनीताल: कुमाऊं मण्डल के पर्वतीय जिलों में लॉकडाउन की वजह से फंसे 1200 श्रमिकों को कल ट्रेन से उनके गृह राज्य बिहार भेजा जाएगा. एक स्पेशल ट्रेन काठगोदाम रेलवे स्टेशन से बिहार के लिए रवाना होगी. इस ट्रेन से केवल वही श्रमिक अपने घर जा सकेंगे जिन्होंने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है.
कुमाऊं मण्डल के चम्पावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में काम कर रहे इन लोगों ने बिहार के बेतिया और मोतीहारी जिले में जाने के लिए पंजीकरण कराया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बागेश्वर जिले से 359, चम्पावत से 313 और पिथौरागढ़ से 484 प्रवासियों ने वापस अपने घर जाने के लिए पंजीकरण कराया है. जिन्हें कल काठगोदाम से बिहार के लिए चलाई जा रही स्पेशल श्रमिक ट्रेन से रात 8 बजे भेजा जाएगा. ये ट्रेन बिहार के बेतिया और मोतीहारी में श्रमिकों को छोड़ेगी.
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि श्रमिकों से किसी तरह का किराया नहीं लिया जा रहा है. प्रति श्रमिक 455 रुपये का किराया बिहार सरकार द्वारा रेल मंत्रालय को दिया जाएगा.
जिलाधिकारी ने बताया कि सभी प्रवासियों को थर्मल स्कैनिंग और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही बसों के जरिए हल्द्वानी लाया जाएगा. जहां, काठगोदाम स्टेशन पर भी श्रमिकों की हेल्थ चेकिंग होगी. उन्होंने बताया कि काठगोदाम स्टेशन पर एंट्री के लिए तीन गेट बनाए हैं, जिससे स्टेशन पर भीड़ इकट्ठा ना हो. श्रमिकों के खाना-पानी की व्यवस्था गौलापार स्टेजिंग एरिया से की जायेगी. चम्पावत और पिथौरागढ़ के श्रमिकों को भोजन रुद्रपुर में दिया जायेगा.