Lucknow: देश भर के छात्रों को मेडिकल की पढाई पूरी करने के लिए सरकार ने नए मेडिकल कॉलेजों को मजूरी दी है. देश के 12 राज्यों के 57 जिला अस्पतालों को अब मेडिकल कॉलेज का स्वरूप दे दिया गया है. राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग एनएमसी ने कुल 112 नए मेडिकल कॉलेजों को शैक्षणिक सत्र 2024-25 में एमबीबीएस कोर्स में दाखिले की अनुमति दे दी है. इन में से उत्तर प्रदेश को सबसे अधिक 22 मेडिकल कॉलेजों की सौगात मिली है. अब देश भर में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 800 से अधिक हो जाएगी. वहीं इसमें उत्तर प्रदेश के 12 मेडिकल कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें एमबीबीएस की सीटें 50 से बढ़ाकर 100 कर दी गई हैं. इससे छात्रों की संख्या बढ़ेगी और देश को बड़ी मात्रा में डॉक्टर्स मिलेंगे. 


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इतनी हुई संख्या 
यूपी में मेडिकल कॉलेजों की संख्या अब तक 67 थी. जो अब बढ़कर 89 हो गयी है. यहां संख्या देशभर के किसी भी राज्य से सबसे अधिक है. कुछ मेडिकल कॉलेजों को जिला अस्पतालों से लिंक किया गया है. यूपी में पिछली बार एक साथ नौ कॉलेजों को मान्यता मिली थी. देश भर में अकादमिक वर्ष 2024 -2025 के लिए सरकारी कॉलजों में लगभग 6000 सीटें जोड़ी गई हैं. साल 2013 -2014 में MBBS की कुल 51348 सीटें थी जो अब बढ़कर 108990 हो गयी हैं. यह संख्या एक दशक में लगभग दोगुनी हुई है.  वहीं पीजी मेडिकल की सीटें 2013 -2014 में  31185 थी जो अब बढ़कर 68073 हो गयी हैं. वहीं प्रदेश में अब तक सरकारी कॉलेजों में एमबीबीएस की 3828 और निजी कॉलेजों में 4700 सीटें थीं.


इन पदों पर होगी भर्ती 
यूपी में इस घोषणा के बाद नए कॉलेज कुशीनगर, कौशांबी, सुल्तानपुर, अमेठी, कानपुर देहात, ललितपुर, पीलीभीत, ओरैया, सोनभद्र, बुलन्दशहर, गोंडा, बिजनौर, चंदौली, लखीमपुर खीरी जिलों को मिले हैं. हर मेडिकल कॉलेज में 112 पद असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रोफेसर व फिजिस्ट नियुक्त किये होंगे.  446 पद सीनियर रेजीडेंट, जूनियर रेजीडेंट व मेडिकल आफिसर और  110 पद गैर तकनीकी संवर्ग के होंगे. इसके अलावा 110 पद चीफ फार्मासिस्ट, डेंटल टेक्नीशियन व फार्माासिस्ट तथा. इस तरह प्रत्येक मेडिकल कालेज में 711 नियमित पद होंगे.