Chardham Yatra 2024: उत्तराखंड चारधाम यात्रा में 11 श्रद्धालुओं की अब तक मौत, रिकॉर्ड तीर्थयात्रियों के बीच प्रशासन ने उठाए कदम
Chardham Yatra 2024 Uttarakhand: उत्तराखंड में 10 मई से चार धाम यात्रा शुरु हो गई हैं और श्रद्धालु भारी मात्रा में केदारनाथ और बद्रीनाथ दर्शन करने जा रहे हैं. आपको बता दें कि चार धाम यात्रा में अब तक 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है.
सुरेंद्र डसीला/ उत्तराखंड: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ रिकॉर्ड संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालुओं से एक और स्थानीय लोगों के चेहरे खिले हैं. वहीं भारी मात्रा में तीर्थयात्रियों के एकसाथ पहुंचने से बदइंतजामी और मुश्किलों का सामना भी उन्हें करना पड़ रहा है. वहां खाने-पीने और अन्य जरूरत के सामानों की दिक्कतें हो रही हैं. भीड़ बढ़ने से रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने गेट बनाकर थोड़ी-थोड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आगे जाने देने का फैसला किया है. इस बीच मौसम की मार से अब तक 11 श्रद्धालुओं की मौत भी हो चुकी है.
उत्तराखंड में 10 मई से चार धाम यात्रा शुरु हो गई थी और श्रद्धालु भारी मात्रा में केदारनाथ और बद्रीनाथ दर्शन करने जा रहे हैं. आपको बता दें कि चार धाम यात्रा में अब तक 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. हालांकि श्रद्धालुओं की मौत का कारण ज्यादा ऊंचाई वाले क्षेत्र में मौसम और हार्ट अटैक बताया जा रहा है. ये तो हम सभी को पता हैं कि लोग भारी मात्रा में चार धाम यात्रा करने जाते हैं.
डॉक्टरों ने श्रद्धालुओं से किया निवेदन
उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने श्रद्धालु यात्रियों से निवेदन करते हुए कहा कि सभी यात्री मेडिकल तौर पर जांच करा कर ही यात्रा में आने के बारे में सोचे. उन्होनें ये भी बताया कि केदारनाथ और बद्रीनाथ में नए अस्पताल बनाए गए हैं जहां यात्रियों का इलाज हो सके. स्पेशलिस्ट डॉक्टर को इन दोनों धामों में श्रद्धालुओं कि जांच के लिए तैनात किए गए हैं. डॉक्टर का कहना हैं कि हाई एल्टीट्यूड में कई बार लोगों को सांस लेने में दिक्कतें होती हैं, ऑक्सीजन की कमी के कारण हार्ट अटैक जैसी समस्याओं का डर रहता हैं इसलिए सभी सुविधाओं से लैस अस्पताल बनाए गए हैं.
गढ़वाल कमिश्नर से प्रेस वार्ता
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय की प्रेस वार्ता से ये पता चलता हैं कि चारधाम यात्रा में 26 लाख से ज्यादा यात्रियों ने उत्तराखंड में आने के लिए पंजीकरण करवाया है. वहीं 2 लाख 76 हजार 416 यात्रियों ने अब तक चारों धामों के दर्शन भी कर लिए है. केदारनाथ में अकेले 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, वहीं 10 मई को केदारनाथ के पट खुलते ही 29 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. साल 2023 में 18 हजार श्रद्धाल थे. श्रद्धालुओं को देखते हुए गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में गेट सिस्टम लागू किया गया है. रास्ते में रूके हुए श्रद्धालुओं को जगह-जगह पर खाने और पीने का पानी निशुल्क दिया जा रहा है.
आरटीओ गढ़वाल संभाग की बैठक
मुख्य सचिव ने सीएम के निर्देश को देखते हुए यात्रा को लेकर एक बैठक की, जिसमें उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि वो उसी तारिख में यात्रा करें जिस तारिख का रजिस्ट्रेशन हुआ है. वही ऑपरेटर के आरटीओ गढ़वाल संभाग आज एक बैठक करेंगे. जो भी भ्रामक खबरे फैलाने का काम कर रहे है उन पर कानूनी कार्रवाई कि जाएगी.
देवभूमि या देवताओं की भूमि
उत्तराखंड को देवभूमि के रूप में जाना जाता हैं, श्रद्धालु दूर- दूर से यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा करने आते हैं, आपको बता दें कि चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू हुई. बहुत से श्रद्धालु चार धाम कि यात्रा करने जा रहे हैं. हाई एल्टीट्यूड मौसम कि वजह से उन्हें मुसीबतों का सामना करना पढ रहा हैं. ख़बरों की मानें तो उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में अब तक 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. इ सकी वजह से डॉक्टर सभी श्रद्धालुओं से मेडिकल तौर पर जांच करा कर ही यात्रा में आने की बात कर रहे हैं.
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