ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण का बाजार 31 मई तक रहेगा बंद, कोरोना मरीज मिलने के बाद व्यापार संघ का फैसला
गैरसैंण में दिल्ली से लौटे एक शख्स में कोरोना की पुष्टि होने के बाद व्यापारियों ने बाजार बंद रखने का फैसला लिया है.
पुष्कर चौधरी/चमोली: ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के पज्याणा गांव में कोरोना मरीज मिलने के बाद गैरसैंण और मेलचोरी व्यापार संघ ने 31 मई तक बाजार बंद रखने का फैसला किया है. गैरसैंण में मेडिकल शॉप्स को छोड़कर सभी दुकानें आज से ही बंद कर दी गई हैं.
व्यापारियों के अनुसार उनका यह स्वैच्छिक लॉकडाउन है, ताकि बाजारों में अनावश्यक भीड़ न जुटे. गांव लौटे प्रवासी बाजारों में खरीददारी कर रहे हैं. जिससे कोरोना का खतरा बना हुआ है. बता दें कि, त्रिवेंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार सुबह 7बजे से शाम 4बजे तक दुकानों को खोलने की इजाजत है, लेकिन गैरसैंण में दिल्ली से लौटे एक शख्स में कोरोना की पुष्टि होने के बाद व्यापारियों ने बाजार बंद रखने का फैसला लिया है.
उधर, जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति का जिला अस्पताल गोपेश्वर में बनाये गए आइसोलेशन वॉर्ड में उपचार चल रहा है. साथ ही कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये उनके परिजनों को गैरसैंण स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हॉउस में फैसिलिटी क्वॉरंटीन में रखा है. साथ ही उन्होंने बताया कि कोरोनाग्रसित व्यक्ति की हालत में सुधार है.