गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को अपने वाराणसी दौरा खत्म कर सीधे अपने गृह जनपद गोरखपुर पहुंचे. यहां उन्होंने एनेक्सी बिल्डिंग में गोरखपुर जिले के विधायकों और सांसदों सहित अन्य पार्टी पदाधिकारियों की बैठक ली. बैठक में भाजपा पदाधिकारियों के बीच चल रही खेमेबाजी का मुद्दा छाया रहा. लेकिन मुख्यमंत्री योगी ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की. उन्होंने सांसदों और विधायकों से कोरोना वायरस और इंसेफेलाइटिस के विरुद्ध अभियान चलाकर लोगों के बीच जागरुकता फैलाने की बात कही. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुख्यमंत्री योगी ने ली गोरखपुर के सभी जनप्रतिनिधियों की बैठक
पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता को लेकर गोरखपुर नगर सांसद रवि किशन और विधायक राधामोहन दास अग्रवाल के ​बीच चल रहे मनमुटाव पर मुख्यमंत्री ने भले सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन इशारों-इशारों में दोनों को एकजुट रहने और गोरखपुर की छवि सुधारने का निर्देश दे गए. इस बैठक के बाद सांसद रवि किशन और विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल ने संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता को लेकर उठे विवाद के मुद्दे पर दोनों की मुख्यमंत्री से बात हुई है और उन्होंने सभी से एकजुट होकर काम करने के निर्देश दिए हैं.


UP पंचायत चुनाव में बड़े बदलाव की सुगबुगाहट, 2 से ज्यादा बच्चे हैं तो चुनाव नहीं लड़ पाएंगे!


विधायक आरएमडी बोले- सांसद जी के साथ विवाद नहीं संवाद था
विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में गोरखपुर की जल निकासी की समस्या पर विशेष ध्यान दिया. जब उनसे सांसद रवि किशन के साथ हुए हालिया प्रकरण को लेकर पर सवाल किया गया तो राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा, ''यह विवाद नहीं संवाद था और लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है.'' 


जानिए क्या है सांसद और विधायक के बीच विवाद का पूरा मालना
दरअसल, देवरिया रोड पर सड़क निर्माण से उत्तरी गोरखपुर में बसी कॉलोनियां बारिश के बाद जलमग्न हो गई हैं. इस मामले में विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल ने उप मुख्यमंत्री और पीडीब्ल्यूडी मंत्री केशव प्रसाद मौर्य से सहायक अभियंता केके सिंह को हटाए जाने की पैरवी की थी. विधायक की उप मुख्यमंत्री से शिकयत के बाद पीडब्ल्यूडी अभियंता केके सिंह को लखनऊ मुख्यालय अटैच कर दिया गया.


गोरखपुर: BJP नेता राधा मोहन को आई 'विधायक होने पर शर्म', रवि किशन ने मांग लिया इस्तीफा


लेकिन गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह, पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह, कैंपियरगंज विधायक फतेह बहादुर सिंह और सहजनवां विधायक शीतल पांडेय ने केशव प्रसाद मौर्य को पत्र लिखकर अभियंता को न हटाए जाने की मांग की. गोरखपुर के सांसद रवि किशन भी नगर विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल के विरोध में खुलकर सामने आ गए. उन्होंने विधायक से उनका इस्तीफा तक मांग लिया था. ऐसा कहा जा रहा कि स्थानीय भाजपा जनप्रतिनिधियों और नेताओं में बढ़ते मनमुटाव को शांत करने के लिए ही मुख्यमंत्री योगी को अचानक गोरखपुर का दौरा करना पड़ा.


WATCH LIVE TV