लखनऊ : उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू की मुसीबत बरकरार रहने के बीच बर्डफ्लू के रूप में एक नई आफत आन पड़ी है और अमेठी में इस फ्लू की पुष्टि के मद्देनजर राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुख्य सचिव आलोक रंजन ने सभी मण्डलायुक्तों तथा जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में बर्ड फ्लू के असर को न्यूनतम करने के लिये निरोधात्मक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं।


यह अलर्ट विशेषज्ञों की उस चेतावनी के मद्देनजर जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि अमेठी में 350 मुर्गे-मुर्गियों, बत्तखों तथा चूजों की मौत बेहद तीव्र एवियन इंफ्लुएंजा के आक्रमण की तरफ इशारा करती है।


मालूम हो कि अमेठी के चांदगढ़ तथा सारे का पुरवा गांवों में गत छह-सात मार्च को 350 मुर्गे-मुर्गियों, चूजों तथा बत्तखों की रहस्यमयी बीमारी से मौत हो गयी थी।


विभिन्न जिलों को जारी अलर्ट में कहा गया है कि सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों में स्वास्थ्य विभाग, पशुधन, पंचायती राज तथा नगर विकास विभागों के प्रतिनिधियों की एक संयुक्त टीम बनायी जाए ताकि बर्डफ्लू पर प्रभावी अंकुश के लिये कार्ययोजना तैयार की जा सके।


मुख्य सचिव आलोक रंजन ने सभी मुर्गीपालन फार्म, खासकर जलराशियों के आसपास बने फार्मो पर भी पैनी निगाह रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने नेपाल तथा बिहार की सीमा से सटे जिलों में बर्ड फ्लू की प्रभावी रोकथाम के लिये उठाये गये कदमों की दैनिक रिपोर्ट तैयार करने को भी कहा है।


प्रदेश में बर्ड फ्लू ने ऐसे समय दस्तक दी है जब शासन-प्रशासन स्वाइन फ्लू के कहर से हलाकान है। प्रदेश के 35 जिलों में फैले स्वाइन फ्लू से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वाइन फ्लू के सबसे ज्यादा 898 मामले लखनऊ में ही पाये गये हैं।