Agra Gwalior High Speed Corridor : उत्तर प्रदेश को केंद्र सरकार से एक और बड़ी सौगात मिली है. इसके तहत आगरा ग्वालियर एक्सप्रेसवे यानी हाईस्पीड कॉरिडोर की घोषणा की गई है. इससे इन दोनों शहरों के बीच की दूरी डेढ़ घंटे ही रह जाएगी. केंद्रीय कैबिनेट ने शुक्रवार को जिन आठ हाईस्पीड कॉरिडोर का ऐलान किया है, उसमें से तीन उत्तर प्रदेश में हैं. इससे आगरा ग्वालियर शहर के बीच सफर 33 किलोमीटर तक कम हो जाएगा.ट्रैफिक के तमाम झंझट कम हो जाने से हाईस्पीड कॉरिडोर 90 मिनट में आगरा से ग्वालियर पहुंचाएगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

छह लेन का हाईस्पीड कॉरिडोर
यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे छह लेन का हाईस्पीड कॉरिडोर होगा. हाईस्पीड कॉरिडोर पर गति सीमा 100 किलोमीटर अधिकतम रहेगी. बताया जा रहा है कि सिक्स लेन आगरा ग्वालियर नेशनल हाईस्पीड कॉरिडोर कुल 88 किलोमीटर का रहेगा. इसकी लागत करीब 4600 करोड़ रुपये आंकी गई है. इससे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के शहरों के बीच कनेक्टिंग रोड नेटवर्क का और विस्तार होगा. बिल्ड ऑपरेट और ट्रांसफर मोड में बनने के कारण इसका सीधा बोझ केंद्र या राज्य सरकार पर नहीं आएगा. 


दोनों शहरों की दूरी 121 किलोमीटर
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) 12 अगस्त को इसकी निविदा आमंत्रित करेगा. अभी दोनों शहरों के बीच की दूरी 121 किमी है, जो 33 किमी घटकर 88 रह जाएगी. अभी दोनों शहरों के बीच आवागमन में तीन से चार घंटे लग जाते हैं. यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे होगा और इससे पेड़ों के काटे जाने की बजाय दोनों ओर बड़ी संख्या में हरियाली दिखाई देगी. आगरा के रोहता इनर रिंग रोड से एक्सप्रेसवे प्रारंभ होगा. आगरा के 14 राजस्थान और मध्य प्रदेश के 30-30 गांवों से यह कॉरिडोर गुजरेगा.ग्वालियर का सुसेरा गांव इसका अंतिम छोर होगा.


कहां से कहां तक
ये हाईस्पीड कॉरिडोर मध्य प्रदेश के ग्वालियर और मुरैना जैसे जिलों से गुजरेगा. ग्वालियर के सुसैरा गांव से यह बनना प्रारंभ होगा. मुरैना जिले का बीलपुर, कुथियाना, डोलसा, उराहना, रांसू, नयागांव, पिनावली, पिपरसेवा, लोधा, भाखरी,खेराकलां, अजनोधा, डोंगरपुर, सिरमिती, श्यामपुर खुर्द, लहर, भटारी, दिमनी, खुर्द, ऐसाह, जोहा, बिसेटा, पिलुआ, खैरवाली, रंचौली, गुलेंद्र, बसाहरी, नाका, कोटवाल और बसैया से यह एक्सप्रेसवे जाएगा. यह हाई स्पीड कॉरिडोर राजस्थान के धौलपुर से भी गुजरेगा.