Agra Hindi News: हिमाचल प्रदेश की मंडी से भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत को आगरा की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने में 9 जनवरी को पेश होने का आदेश दिया गया है. कोर्ट ने यह फैसला तीन बार नोटिस दिए जाने के बावजूद कंगना और उनके वकील के पेश न होने पर सुनाया. वादी रमाशंकर शर्मा ने अदालत में आरोप लगाया कि कंगना के बयान किसानों और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान करने वाले थे, जिससे लाखों लोगों की भावनाएं आहत हुईं. आपको बता दे कि कंगना रनौत की इमरजेंसी फिल्म 17 जनवरी को रिलीज हो रही है. 


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क्या है मामला?
कंगना रनोत ने 24 अगस्त 2024 को एक इंटरव्यू में किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया था. उस दौरान कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान रेप और मर्डर हुए. अगर बिल वापसी नहीं होती, तो आंदोलन लंबा खिंचता, 


इस बयान के बाद राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वादी रमाशंकर शर्मा ने 11 सितंबर को एमपी-एमएलए कोर्ट में याचिका दाखिल की. उन्होंने कंगना रनौत पर किसानों को हत्यारा, बलात्कारी और आतंकवादी करार देने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज करने की मांग की. 


कंगना के विवादित बयान
कंगना ने किसान आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकवादियों से की थी. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था कि खालिस्तानी आतंकवादी सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें इंदिरा गांधी को याद रखना चाहिए, जिन्होंने इन्हें कुचल दिया था. 


उन्होंने किसान आंदोलन में महिलाओं को 100 रुपए में शामिल होने वाला कहा था. पंजाब की किसान मोहिंदर कौर की फोटो को गलत तरीके से इस्तेमाल किया और इसे शाहीन बाग की बिलकिस बानो बताया. इसके बाद मोहिंदर कौर ने कंगना पर मानहानि का केस कर दिया. 


कंगना रनौत ने कहा था कि 1947 में देश को जो आज़ादी मिली, वह महात्मा गांधी के भीख के कटोरे में मिली. असली आज़ादी 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद मिली.


कोर्ट की सुनवाई और नोटिस
पहला नोटिस  28 नवंबर को कंगना को कोर्ट में पेश होना था, लेकिन वह नहीं आईं. 
दूसरा नोटिस 13 दिसंबर को सुनवाई के लिए नोटिस दिया गया, लेकिन कंगना फिर अनुपस्थित रहीं. 
अंतिम मौका अब कोर्ट ने आदेश दिया है कि कंगना 9 जनवरी को पेश हों, वरना उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. 


कंगना को थप्पड़ का मामला
चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर 3 महीने पहले CISF महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने कंगना को थप्पड़ मार दिया था. कुलविंदर ने आरोप लगाया था कि कंगना के बयान से उनकी मां, जो किसान आंदोलन का हिस्सा थीं, अपमानित हुईं. घटना के बाद कुलविंदर को सस्पेंड कर दिया गया था. 


आगे क्या होगा?
अब सभी की नजरें 9 जनवरी की सुनवाई पर टिकी हैं. कोर्ट इस मामले में कंगना रनौत के खिलाफ फैसला सुना सकती है. 


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