कासगंज: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस के अवसर दो समुदाय में बाइक जुलूस के दौरान हुए बवाल के दौरान मारे गए युवक की अंत्येष्टि के बाद शनिवार को एक बार फिर हिंसा भड़क उठी और कासगंज सुलग उठा. हालांकि पुलिस बल ने उस पर समय रहते काबू कर लिया. इस दौरान दो उपद्रवियों ने मौका देखकर एक दुकान को आग के हवाले कर दिया. पुलिस ने दोनों ही उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है. आगजनी की ये घटना कासगंज थाने के सहावर गेट इलाके में घटी. इन दो गिरफ्तारियों के साथ कासगंज उपद्रव के मामले में गिरफ्तार उपद्रवियों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है.


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भड़की भीड़ ने की आगजनी और तोड़फोड़
शनिवार सुबह कासगंज में धारा 144 की धज्जियां उड़ती नजर आईं. युवकों ने मुख्य चौराहे पर जमकर नारेबाजी की. भारी तादाद में युवक चौराहे पर इकट्ठा थे. इस दौरान पुलिस-प्रशासन मूक दर्शक बना रहा. शनिवार को शहर में आगजनी और तोड़फोड़ की छुटपुट घटनाएं हुईं. युवक की मौत से नाराज लोग इस कदर बेकाबू हो गए थे कि भीड़ ने सड़क किनारे खड़ी बसों और दुकानों को आग लगा दी. आगजनी में एक बस और दुकान जल कर राख हो गई. मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग बुझाई. माहौल शांत होता न देख कासगंज के डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंचे और हालतों को संभाला. वहीं दूसरी ओर कासगंज थाने के लवकुश नगर में सुतली बम मिलने से हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने सुतली बम अपने कब्जे में ले लिया है.



4 एसएसपी भेजे गए कासगंज
जिले में हालात को काबू करने और शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए 4 एसएसपी भी कासगंज भेजे गए हैं. जानकारी के मुताबिक एसएसपी एटा, एसएसपी हाथरस, एसएसपी अलीगढ़ और एसएसपी मथुरा को कासगंज भेजा गया है. एडीजी अजय आनंद ने दावा किया है कि जल्द ही कासगंज के हालात सामान्य होंगे.



परिजनों की मांग शासन तक पहुंची
कमिश्नर अलीगढ़ मंडल सुभाष शर्मा ने मीडिया को जानकारी दी कि मृतक युवक के परिजनों की मांगों को शासन तक पहुंचा दिया गया है. शासन से आदेश आने के बाद मांगों पर फैसला लिया जाएगा. गौरतलब है कि मृतक चंदन के परिजन 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद, सरकारी नौकरी और मृतक को शहीद का दर्ज देने की मांग कर रहे थे.


अंत्येष्टि में शामिल हुए बीजेपी सांसद और हजारों लोग
कासगंज में शुक्रवार को तिरंगा यात्रा के दौरान हुए बवाल में मृतक चंदन गुप्ता की बाकनेर स्थित काली नदी के तट पर मुक्ति धाम में अंत्येष्टि हो गई. मृतक चंदन को उसके बड़े भाई ने मुखाग्नि दी. एटा के बीजेपी सांसद राजवीर सिंह सहित हजारों लोगो ने युवक के अंतिम संस्कार में भाग लिया. इस दौरान भारी पुलिसबल भी मौके पर मौजूद रहा. अंतिम संस्कार से पूर्व स्थिति थोड़ी तनावपूर्ण जरूर हो गई थी क्योंकि मृतक के परिजन कछला घाट पर अंतिम संस्कार करना चाह रहे थे. इसी बात को लेकर मृतक के परिजनों ने काफी हंगामा किया. प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों से नोकझोक भी हुई. जिस वजह से कुछ देर तक अंतिम संस्कार रुका रहा.



5 लाख के मुआवजे की घोषणा 
कासगंज के जिला अधिकारी आर पी सिंह ने बताया कि गणतंत्र दिवस के मौके पर कासगंज में हुए बवाल में मृतक चंदन के परिजनों को मुख्यमंत्री के यहां से मंजूरी मिलने के बाद 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई है.


की जा रही है शांति की अपील
आपको बता दें कि कासगंज जिले में कल 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा निकालते समय हुए सांप्रदायिक बवाल के बाद पूरी रात छुट-पुट घटनाओं को लेकर शांति रही. मंडलायुक्त अलीगढ़ मंडल सुभाष चंद्र शर्मा, आई जी अलीगढ़ मंडल डॉ. संजीव कुमार गुप्ता, ए डी जी आगरा जोन अजय आनंद, डी एम कासगंज आर पी सिंह, एस पी कासगंज सुनील कुमार सिंह पीएसी, आरएएफ और सिविल पुलिस के साथ शहर में गश्त कर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है.



तिरंगा यात्रा में हुआ बवाल
जानकारी के मुताबिक गणतंत्र दिवस के दिन शहर के बड्डू नगर मोहल्ले में तिरंगा यात्रा को लेकर दो वर्गों के युवक भिड़ गए थे. युवकों के बीच कहासुनी, मारपीट के बाद पथराव और फायरिंग भी शुरू हो गई थी. पथराव में कुछ युवकों को चोट आई थी जबकि गोली लगने से एक की मौत हो गई थी. इसके अलावा आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हुए थे. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को सुबह 10 बजे के करीब एक वर्ग के युवा तीन दर्जन बाइकों पर तिरंगा यात्रा एवं जुलूस निकाल रहे थे. तिरंगा यात्रा का काफिला जब शहर के बड्डू नगर मोहल्ले में पहुंचा तो वहां मौजूद दूसरे वर्ग के युवकों ने किसी बात को लेकर उनका विरोध किया. इसके बाद दोनों वर्गों के युवकों के बीच विवाद शुरू हो गया और मारपीट और पथराव शुरू हो गया. मारपीट और पथराव तेज होने की वजह से तिरंगा यात्रा निकाल रहे युवक बाइक छोड़ भाग खड़े हुए. इस दौरान किसी ने दो फायर भी किए.