अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन के बीच कुछ अजीबोगरीब किस्से भी सामने आ रहे हैं. अखिल भारत हिंदू महासभा ने ताजमहल में 1100 मिट्टी के दिए जलाने की तैयारी की है. अखिल भारत हिंदू महासभा ने बुधवार को पुरातत्व विभाग कार्यालय में 21 मिट्टी के दीयों का एक संग्रह भी सौंपा. 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा के दौरान ताजमहल में रंग बिरंगी लाइट लगाने की मांग भी संगठन ने उठाई है. 22 जनवरी को देशी -विदेशी पर्यटकों के लिए ताजमहल में निशुल्क प्रवेश रखा जाए, ये भी संगठन का कहना है. इस दौरान अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम की नारे लगाए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हालांकि ताजमहल का रखरखाव करने वाले पुरातत्व विभाग की ओर से ऐसी इजाजत दी जाएगी, इस पर संदेह है. एएसआई केंद्र सरकार के अधीन है और राष्ट्रीय स्मारकों का संरक्षण करता है. पुरातत्व विभाग इससे पहले ताजमहल के अंदर योग करने या किसी तरह की पूजा करने के मामले में सख्त रुख अपना चुकी है. वहीं कुछ हिन्दू संगठन ताजमहल को तेजोमहालय बताकर भी विवाद खड़ा करते रहे हैं. 


वहीं आगरा पहुंचे गोवर्धन के पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अधोक्षजानंद जी का कहना कि अयोध्या में हो रही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा नए युग की शुरुआत है. मीडिया ने जगद्गुरु से किया सवाल प्राण प्रतिष्ठा में अयोध्या जाने के लिए चारों शंकराचार्य ने किया इंकार तो क्या आप अयोध्या जाएंगे. इस सवाल पर जगद्गुरु महाराज का कहना कि यह खबर झूठ है. यह सब उन असामाजिक तत्वों द्वारा फैलाया जा रहा है, जो नकारात्मक भूमिका के लोग हैं. आज पूरा देश खुश है. इस उत्सव को लेकर. 22 जनवरी वो पल होगा, जब भगवान अपने मंदिर में विराजमान होंगे. पूरा देश आज अयोध्या का रुख कर रहा है. सभी को इस आयोजन पर आयोध्या का रुख करना चाहिए.