Bahraich Police Encounter : बहराइच एनकाउंटर मामले में अब समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान सामने आया है. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी बांटो और राज करो की राजनीति कर रही है. उन्होंने आज हुए एनकाउंटर पर सवाल उठाए. सपा अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी ने यूपी पुलिस को बिगाड़ दिया है. उन्होंने कहा कि यह एनकाउंटर नहीं है हत्या है. अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार अपनी नाकामी छिपाने और डर पैदा करने के लिए ऐसी कार्रवाई कर रही है.


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मामले के बारे में जानकारी देते हुए बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला ने कहा कि बहराइच के महाराजगंज बाजार में जो घटना हुई थी जिसमें रामगोपाल मिश्रा की हत्या कर दी गई थी उसमें जो नामजद आरोपी हैं मोहम्मद फहीम, मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू ,मोहम्मद सरफराज, अब्दुल हमीद और मोहम्मद अफजल उनकी गिरफ्तारी की गई है. हत्या में जो हथियार इस्तेमाल किया गया था उसकी बरामदगी के लिए नानपारा इलाके में सरफराज और तालीम उर्फ बबलू को ले जाया गया था. जहां पर इन्होंने हथियारों से पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में दोनों को गोली लगी है. इसके बाद दोनों को अस्पताल भेजा गया है वहां डॉक्टर की टीम उपचार कर रही है.


उन्होंने बताया कि रामगोपाल मिश्रा की हत्या में जो हथियार इस्तेमाल किया गया था वह बरामद कर लिया गया है. इस मामले में अभी और लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम दबिश दे रही है. इस मामले में और पूरी हिंसक घटना में जो लोग भी शामिल रहे हैं चाहे अफवाह फैलाने में चाहे साजिश रचने में यानी किसी तरह से उनका रोल रहा है सबके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा अभी और गिरफ्तारियां करनी बाकी है. जिसका प्रयास किया जा रहा है. सभी के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी.


पुलिस ने बताया कि रामगोपाल मिश्रा की गोली मार कर हत्या करने के केस में आज बहराइच पुलिस द्वारा पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनके नाम हैं-
1. मोहम्मद फ़हीन (नामजद)
2. मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू 
3. मोहम्मद सरफराज (नामजद)
4. अब्दुल हमीद (नामजद)
5. मोहम्मद अफज़ल 


मामले में गोली से घायल दोनों आरोपियों की हालत ठीक बताई जा रही है. अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि दोनों के पैर में अभी गोली अंदर ही फंसी हुई है. एक्सरे के बाद इनकी पैर में लगी बुलेट निकाली जाएगी. आपको बता दें कि 13 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन के दौरान दो पक्षों के बीच हिंसा भड़क उठी थी. इस दौरान युवक रामगोपाल मिश्रा की हत्या हुई. बताया जा रहा है कि विसर्जन के दौरान डीजे पर भड़काऊ गाना बजाया गया था. विवाद तब बढ़ गया, जब दूसरा पक्ष डीजे बंद करने के लिए तैयार नहीं हुआ. जिसके बाद डीजे के तार निकाल दिए गए. इसके बाद भीड़ ने हंगामा करना शुरू कर दिया. हिंसा के दौरान 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र गुस्से में अब्दुल हमीद की छत पर चढ़ गया और वहां लगे हरे झंडे को निकालकर भगवाध्वज फहरा दिया. इस दौरान आरोपी उसे घर में घसीट ले गए और उसे गोली मार दी.