इंसाफ नहीं मिला तो आत्मदाह कर लूंगी, टेंडर को लेकर बुरी फंसी बीजेपी ब्लॉक प्रमुख ने दी चेतावनी
Aligarh News : धनीपुर की ब्लॉक प्रमुख पूजा दिवाकर ने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए 2 करोड़ रुपये का टेंडर जारी कर दिया. आरोप है कि ब्लॉक प्रमुख ने गुपचुप तरीके से 2 करोड़ रुपये के टेंडरों का पहले प्रकाशन कराया फिर उन्हें अपने चहेते ठेकेदारों को नियमों की अनदेखी की.
Aligarh News : अलीगढ़ के धनीपुर से बीजेपी की ब्लॉक प्रमुख पूजा दिवाकर इन दिनों सुर्खियों में हैं. आरोप है कि ब्लॉक प्रमुख पूजा दिवाकर ने विकास कार्यों के लिए दो करोड़ रुपये का टेंडर अपने चाहने वालों को देकर नियमों की अनदेखी की है. टेंडर को लेकर बुरी फंसी ब्लॉक प्रमुख ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वह आत्मदाह कर लेंगी.
यह है पूरा मामला
दरअसल, धनीपुर की ब्लॉक प्रमुख पूजा दिवाकर ने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए 2 करोड़ रुपये का टेंडर जारी कर दिया. आरोप है कि ब्लॉक प्रमुख ने गुपचुप तरीके से 2 करोड़ रुपये के टेंडरों का पहले प्रकाशन कराया फिर उन्हें अपने चहेते ठेकेदारों को नियमों की अनदेखी की. बीजेपी विधायक रवेंद्र पाल सिंह द्वारा ब्लॉक प्रमुख की डीएम और शासन में शिकायत किए जाने के बाद सीडीओ द्वारा पूरे मामले की जांच की गई.
ऐसे खुला राज
जांच में ब्लॉक प्रमुख के टेंडर के खेल का पर्दाफाश हो गया. अब ब्लॉक प्रमुख बीजेपी के विधायक, सपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख, सीडीओ और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्य न करने देने का आरोप लगाते हुए अपने दलित होने और आत्मदाह किये जाने की धमकी देकर सहानुभूति बटोरने का काम कर रही हैं.
डीएम से मिलने पहुंचीं थी ब्लॉक प्रमुख
धनीपुर की ब्लॉक प्रमुख पूजा दिवाकर ने बताया कि वह कलेक्ट्रेट में डीएम से मिलने आई थीं. उन्हें क्षेत्र में विकास कार्य नहीं करने दिया जा रहा है. आरोप लगाया कि बीजेपी के ही छर्रा विधायक और सपा से पूर्व ब्लॉक प्रमुख तेजवीर सिंह उन पर अपने ठेकेदारों को कार्य दिए जाने का दबाव बना रहे हैं और उनके दवाब में आकर सीडीओ भी साथ दे रही हैं. उन्होंने 2 करोड़ के विकास कार्यों के टेंडर उठाए थे, लेकिन उन्हें अधिकारियों ने दवाब में आकर निरस्त कर दिए हैं.
बीजेपी विधायक ने जांच की मांग की थी
ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि वह दलित हैं, इस वजह से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है और अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वह आत्महत्या कर लेंगी. वहीं, पूरे मामले पर छर्रा से विधायक ठा. रवेंद्र पाल सिंह ने कहा कि ब्लॉक में होने वाले कार्यों से उनका कोई लेना-देना नहीं है. ब्लॉक प्रमुख द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से टेंडरों को उठाए जाने की ठेकेदारों द्वारा शिकायत किये जाने के बाद उन्होंने इसकी जांच के लिए डीएम से कहा था. इसके बाद जांच हुई और जांच के बाद टेंडरों को निरस्त कर दिया.
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