अलीगढ़ : अलीगढ़ में गुरुवार सुबह पुलिस द्वारा किया गया दो अपराधियों का एनकाउंटर सवालों के घेरे में है. एनकाउंटर की खास बात ये रही कि पुलिस ने खुद पत्रकारों को फोन कर एनकाउंटर की सूचना दी और पत्रकारों के पहुंचने के बाद वहां जानबूझ कर ऐसा सीन बनाया गया कि जैसे पुलिस बदमाशों से भिड़ रही है. जबकि जब पत्रकार वहां पहुंचे तो पत्रकारों के सामने किसी भी बदमाश को पुलिस वाले ले जाते हुए नहीं दिखाई दिए.


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मीडिया के सामने खुद अलीगढ़ के एसएसपी और एसपी सिटी सफेद जैकेट पहने फायरिंग करते हुए दिख रहे हैं. वीडियो और तस्‍वीरों में ऐसा लग रहा है जैसे अधिकारी निशाना लगाने की प्रैक्टिस कर रहे हैं.  इस मामले पर जब ज़ी न्‍यूज ने अलीगढ़ के एसएसपी से सवाल किए तो उनका कहना था कि मीडिया को बताने का हमने कोई आदेश नहीं दिया था. मीडिया को अगर फोन किया गया होगा तो हम इसकी जांच करेंगे.


फाइल फोटो

पुलिस अधिकारियों द्वारा फायरिंग करते वक्त बदमाशों के वहां होने के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि बदमाश वहां मौजूद थे. उनको बाद में घायल अवस्था में पुलिस जीप से अस्‍पताल भिजवाया गया था. उधर, दोनों बदमाशों के परिजनों ने पुलिस पर चार दिन पहले घर से उठाने का आरोप लगाया है. एनकाउंटर में मारे गए बदमाश मुस्तकीम की दादी रफीकन और दूसरे बदमाश नौशाद की मां शाहीन ने कहा कि उनके लड़कों को रविवार को पुलिस उठा ले गई थी. अब हमारे लड़कों को पुलिस वालों ने मार दिया. हमको इंसाफ चाहिए.


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कांग्रेस और बसपा ने भी पुलिस मुठभेड़ पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस और बसपा नेताओं कहना है कि हालत से स्पष्ट है कि ये गरीब लोग हैं क्रिमिनल नहीं. इनको चार दिन पहले घर से उठाया गया था. हम ये चाहते हैं कि इसकी न्यायिक जांच हो ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो. उन दोनों के मरने से इनका परिवार को कोई देखने वाला नहीं. हम इनकी पूरी मदद करेंगे.


बता दें कि पुलिस ने देर शाम दोनों बदमाशों के कुछ रिश्तेदारों को बुलाकर नुमाइश मैदान स्थित कब्रिस्तान में उनका अंतिम संस्कार करा दिया. कल सुबह अलीगढ के हरदुआगंज थाना क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई थी. पुलिस पर फायरिंग कर भाग रहे दो बदमाशों को पुलिस ने एक खेत में घेर लिया था. मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों को गोली लगी थी. जबकि एक थानाध्यक्ष भी गोली लगने से घायल हुए.


सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया. अस्पताल में दोनों बदमाशों को मृत घोषित कर दिया गया. घटनास्थल पर एसएसपी, एसपी सिटी और तमाम पुलिस अधिकारी पहुंच गए. घटना गुरुवार सुबह साढ़े छह बजे की थी. दोनों बदमाशों ने रात थाना क्वार्सी क्षेत्र से एक बाइक भी लूटी थी. दोनों बदमाशों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था.


फाइल फोटो

पुलिस की ओर से बताया गया कि गुरुवार सुबह करीब साढ़े छह बजे हरदुआगंज पुलिस ने बाइक पर जा रहे दो संदिग्धों को रुकने का इशारा किया तो उन्होंने पुलिस पर फायर झोंक दिए और वहां से भाग गए. हरदुआगंज पुलिस ने कंट्रोल रूम को सूचना दे बदमाशों का पीछा शुरू कर दिया. सूचना पर आसपास के थानों का पुलिस फ़ोर्स भी बताये स्थान की तरफ दौड़ गया. पुलिस ने बदमाशों को माछुआ नहर के पास खेतों में घेर लिया. बदमाश भी पुलिस पर लगातार फायरिंग कर रहे थे.


बदमाशों की फायरिंग में थानाध्यक्ष पाली मुकीमपुर प्रदीप कुमार घायल हो गए, जिनको निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस की जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाशों को गोली लगी. उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया. दोनों बदमाशों के नाम मुस्तकीम और नौशाद हैं. अलीगढ़ के एसएसपी ने बताया कि करीब एक घंटे चली मुठभेड़ में एक थानाध्यक्ष और दो बदमाशों को गोली लगी. सभी को अस्पताल पहुंचाया गया. वहां बदमाशों की मौत हो गई.