Aligarh Muslim University VC: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के लिए नए कुलपति के चयन प्रक्रिया तेज हो गई है. पांच नामों को लेकर आज 6 नवंबर को एएमयू बोर्ड की बैठक होगी. इस बैठक में पांच में से तीन नामों का चुनाव किया जाएगा और इस सूची को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) के पास भेजा जाएगा, जिसके बाद महामहिम किसी एक नाम पर मुहर लगाएंगी.  बता दें कि एएमयू के कुलपति रहे प्रोफेसर तारिक मंसूर के बीजेपी में जाने और एमएलसी बनने के बाद से विवि में वीसी का पद रिक्त चल रहा है.  पीवीसी प्रो मोहम्मद गुलरेज ही अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आज चुने जाएंगे तीन नाम


कुलपति पैनल में प्रो. फैजान मुस्तफा, प्रो. नईमा खातून, प्रो. कयूम हसन, प्रो. एमयू रब्बानी, प्रो. फुरकान कमर शामिल हैं.  इनमें तीन नामों को कोर्ट चुनेगी.  एएमयू कोर्ट की विशेष बैठक दोपहर 1:45 बजे एनआरएससी क्लब में होगी. इसके बाद चुनाव अधिकारी परिणाम की घोषणा करेंगे. 


ये हैं कुलपति पद के उम्मीदवार 
प्रो. एमयू रब्बानी
प्रो. फुरकान कमर
प्रो. फैजान मुस्तफा
प्रो. कयूम हसन
प्रो. नईमा खातून


प्रो. नईमा खातून
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की वीमेंस कॉलेज में प्रो. नईमा खातून प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं. नईमा खातून नेशनल यूनिवर्सिटी रवांडा, लुईस वेली अमेरिका, यूनिवर्सिटी अलबा लूलिया रोमानिया, बैंकॉक, इंस्ताबुल तुर्किये, बोस्टन विवि अमेरिका में पढ़ा चुकी हैं.  वह  वीमेंस कॉलेज  में 2014 से प्राचार्य हैं. 


ये भी है आपत्ति


पहली बार इस पैनल में एक महिला का नाम सामने आया है. वह प्रोफेसर नइमा गुलरेज है, जो AMU की महिला कॉलेज की प्रिंसिपल हैं.  यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब एएमयू के कार्यवाहक कुलपति मोहम्मद गुलरेज की अध्यक्षता वाली कार्य परिषद ने दो नवंबर को विश्वविद्यालय के कुलपति पद के लिए पांच नाम सिलेक्ट किए गए. इसमें गुलरेज की पत्नी नइमा खातून का नाम भी शामिल है, जिसे लेकर कार्यकारी परिषद के कुछ सदस्यों ने आपत्ति जताई थी.


कई महीनों से खाली है कुलपति पद
एएमयू के पिछले वीसी तारिक मंसूर का यूपी की विधान परिषद के सदस्य के रूप में चयन किया गया था, जिसके बाद उन्होंने अप्रैल महीने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उसी समय से यूनिवर्सिटी में कुलपति का पद रिक्त चल रहा है. लगातार यूनिवर्सिटी में नए स्थायी कुलपति की मांग की जा रही है.


AMU में वाइस चांसलर बनाने का नियम
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर बनाने का नियम बाकी यूनिवर्सिटी से अलग है. एएमयू के लोग ही अपना वीसी चुनते हैं जबकि राज्य सरकार के और अन्य दूसरे केंद्रीय विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर के लिए सर्च कमेटी तीन नाम तय करती है. 


दिवाली से पहले बड़े यूपी के बिजली बकायेदारों को बड़ा तोहफा, योगी सरकार लाई OTS योजना, यहां जानें सबकुछ


UP Gold Silver Price Today: दिवाली से पहले सोना-चांदी खरीदने का मौका, गोल्ड के रेट में गिरावट, जानें कितना बदले दाम


Amroha: कलाकार ने कोयले से बना दी मोहम्मद शामी की अनोखी तस्वीर, देखिए वीडियो